
डिजिटल डेस्क। इटावा के भरथना कस्बे में जातीय विद्वेष और आपसी रंजिश से जुड़ा एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां अनुसूचित जाति के एक युवक को बीच सड़क पर मुर्गा बनाकर पीटा गया और उसकी बेइज्जती का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। मामला न केवल स्थानीय स्तर पर बल्कि पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गया है।
यह घटना 8 अक्टूबर की बताई जा रही है, हालांकि पुलिस ने इस मामले में 25 अक्टूबर को एफआईआर दर्ज की, जब पीड़ित युवक ने शिकायत दी। पुलिस के मुताबिक, पीड़ित का नाम सुमित दिवाकर है, जो भरथना कस्बे के रानी नगर मोहल्ले का निवासी है। सुमित ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया है कि नंदन गुप्ता, लड्डू गुप्ता और सतेंद्र कुमार नाम के तीन लोगों ने उसे जातिसूचक गालियां दीं और बेरहमी से पीटा।
सुमित का आरोप है कि आरोपियों ने न केवल उसे सड़क पर मुर्गा बनाया बल्कि उसके मुंह पर पेशाब भी डाला। इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया गया। वीडियो सामने आने के बाद क्षेत्र में आक्रोश फैल गया और पुलिस पर कार्रवाई का दबाव बढ़ गया।
हालांकि, पुलिस ने इस दावे को खारिज किया है। एएसपी (ग्रामीण) श्रीश चंद्र ने बताया कि मामले की जांच की जा चुकी है और “मुर्गा बनाने” या “पेशाब डालने” जैसी बातें जांच में सही नहीं पाई गईं। उनके अनुसार, यह घटना दोनों पक्षों के बीच पुरानी रंजिश का परिणाम है।
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दरअसल, कुछ दिन पहले सुमित दिवाकर पर एक युवक को चाकू मारने का आरोप लगा था, जिसके चलते वह गिरफ्तार भी हुआ था। पुलिस का कहना है कि उसी घटना की रंजिश में इस मारपीट की घटना को अंजाम दिया गया। फिलहाल पुलिस ने पीड़ित सुमित दिवाकर की तहरीर पर तीनों आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। इनमें से नंदन गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि बाकी दो आरोपी अब भी फरार हैं।