डिजिटल डेस्क, अयोध्या: अयोध्या, प्रभु श्रीराम की पावन नगरी, एक बार फिर दीपों की अनगिनत ज्योतियों से आलोकित होने जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की पहल पर आयोजित हो रहे नौवें दीपोत्सव की तैयारियां अब अंतिम चरण में हैं। नगर निगम अयोध्या (Ayodhya Diwali 2025 Deepotsav) ने इस आयोजन को ऐतिहासिक और अविस्मरणीय बनाने के लिए अभूतपूर्व प्रबंध किए हैं।
19 अक्टूबर को होने वाले दीपोत्सव के लिए नगर निगम ने एक नई पहल की है। प्रत्येक वार्ड में 1500 दीपों का वितरण किया जाएगा। यह जिम्मेदारी प्रत्येक पार्षद को सौंपी गई है, ताकि हर घर, हर गली और हर प्रतिष्ठान दीपों की रोशनी से नहा सके।
गुप्तार घाट, रामपथ और अन्य प्रमुख मार्गों पर भी दीप प्रज्वलन होगा। घरों के अलावा व्यावसायिक प्रतिष्ठानों और मठ-मंदिरों को भी दीपों से सजाया जाएगा। नगर निगम ने नागरिकों से भी इस परंपरा में भाग लेने का आग्रह किया है।
अयोध्या की सड़कों, घाटों और मार्गों की सुंदरता को निखारने के लिए विशेष सजावट की जा रही है। रामपथ, भक्ति पथ और धर्मपथ की रेलिंगों को रंग-बिरंगे फूलों की मालाओं से सजाया जाएगा। नगर विकास विभाग ने प्रमुख चौराहों पर चित्रात्मक पेंटिंग और म्यूरल आर्ट का भी कार्य कराया है।
नगर निगम का उद्देश्य यह है कि अयोध्या इस दीपोत्सव में केवल दीपों की नगरी न रहे, बल्कि एक सांस्कृतिक और आध्यात्मिक सौंदर्य का प्रतीक बने।
नगर आयुक्त जयेंद्र कुमार ने बताया कि स्वच्छता इस दीपोत्सव की सबसे बड़ी प्राथमिकता है। 1500 से अधिक सफाईकर्मी और 54 सुपरवाइजरों की टीम चौबीसों घंटे कार्यरत है।
रामकथा पार्क, राम की पैड़ी और सभी घाटों की सफाई के साथ-साथ चूना छिड़काव, एंटी-लार्वा स्प्रे और फॉगिंग की व्यवस्था की गई है।
श्रद्धालुओं की सुविधा के लिए 30 मोबाइल टॉयलेट लगाए गए हैं, जिनकी देखरेख के लिए केयर टेकर भी नियुक्त किए गए हैं। घाटों पर कार्यक्रम के बाद दीप हटाने और बालू छिड़काव की जिम्मेदारी भी तय की गई है।
दीपोत्सव में आने वाले लाखों श्रद्धालुओं के लिए अयोध्या में 24 घंटे पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित की गई है। नगर क्षेत्र में लगे 983 इंडिया मार्का टू हैंडपंपों की मरम्मत कराई गई है।
साथ ही, पाइपलाइन लीकेज ठीक करने और ओवरहेड टैंकों से शुद्ध जल वितरण की व्यवस्था की गई है। 30 पानी के टैंकर, 56 छोटी टंकियां (TTSP), 15 वाटर कियोस्क, 90 वाटर कूलर और 25 स्मार्ट वाटर कियोस्क लगाए गए हैं ताकि हर श्रद्धालु को शीतल और क्लोरीनेटेड पेयजल उपलब्ध हो सके।
अयोध्या के सभी प्रमुख मार्गों को गड्ढा-मुक्त और स्वच्छ बनाया जा रहा है। सड़कों के किनारों पर घास की कटाई, पत्थर ढकने और नालियों की सफाई का कार्य पूरा किया जा रहा है।
पथ प्रकाश व्यवस्था के तहत प्रमुख सड़कों, भवनों और घाटों पर स्ट्रिप लाइटिंग लगाई गई है। रामपथ और धर्मपथ की सुंदरता को बढ़ाने के लिए पोलों पर लाइटिंग और भवनों पर प्रकाश की नई सजावट की गई है।
नगर निगम ने इस बार के दीपोत्सव को जीरो वेस्ट इवेंट बनाने का लक्ष्य रखा है। नागरिकों से पॉलीथीन का प्रयोग न करने का अनुरोध किया गया है। दीप, बाती और तेल का वितरण स्थानीय वार्डों में किया जाएगा ताकि प्रत्येक परिवार परंपरागत रूप से दीपोत्सव में शामिल हो सके।
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सबसे महत्वपूर्ण आकर्षण राम की पैड़ी और 56 घाटों पर 26,11,101 दीपों का प्रज्ज्वलन होगा। यह दृश्य न केवल रिकॉर्ड बनाएगा बल्कि विश्व पटल पर अयोध्या की आध्यात्मिक पहचान को और प्रखर करेगा।
इन दीपों की जगमगाहट से अयोध्या की धरती ऐसे दमकेगी मानो स्वयं भगवान श्रीराम का स्वागत कर रही हो। यह आयोजन न केवल धार्मिक भावना का प्रतीक है बल्कि अयोध्या को वैश्विक पर्यटन और आध्यात्मिक केंद्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम है।
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मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में होने वाला यह दीपोत्सव अयोध्या की सनातन संस्कृति, भक्ति और स्वच्छता के आदर्शों को एक साथ समर्पित करता है। जब 19 अक्टूबर की शाम रामनगरी दीपों की उज्ज्वल ज्योति से नहाएगी, तो यह क्षण निश्चित रूप से इतिहास के स्वर्णिम अध्याय के रूप में अंकित होगा।