एजेंसी, लखनऊ: वृंदावन के ठाकुर बांकेबिहारी मंदिर में दर्शन व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए हाई पावर मैनेजमेंट कमेटी ने शनिवार को महत्वपूर्ण निर्णय (Banke Bihari Temple Darshan Rules Changed) लिए। सुप्रीम कोर्ट की ओर से गठित इस समिति की बैठक मंदिर परिसर में हुई। इसमें श्रद्धालुओं की भीड़ को नियंत्रित करने और दर्शन को सुगम बनाने के लिए नए नियम लागू किए गए।
अब श्रद्धालुओं को दो द्वारों (गेट नंबर 2 और 3) से प्रवेश मिलेगा और गेट नंबर 1 व 4 से निकास होगा। गेट नंबर 2 और 3 से तीन-तीन कतारें बनाकर छह लाइनें तैयार की जाएंगी, जिनमें रेलिंग और बैरियर लगाए जाएंगे। दर्शन के बाद श्रद्धालुओं को तुरंत बाहर निकाला जाएगा ताकि अंदर भीड़ का दबाव कम हो।
समिति के अध्यक्ष सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति अशोक कुमार ने बताया कि यह व्यवस्था दो-तीन दिन में लागू हो जाएगी। पुलिस, सुरक्षा एजेंसियां और गोस्वामी इसमें सहयोग करेंगे। साथ ही मंदिर के जगमोहन पर महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग स्थान निर्धारित किए जाएंगे, ताकि पहले की तरह गड़बड़ी न हो।
बैठक में मंदिर के तोषखाने को खोलने पर भी चर्चा हुई। समिति ने माना कि बिहारी जी की संपत्ति की सुरक्षा के लिए बैंक में रखे कोष और 50 साल से बंद तोषखाने को खोलना आवश्यक है। यह प्रक्रिया नियमानुसार आगे बढ़ाई जाएगी।
महत्वपूर्ण निर्णयों में गोस्वामियों के साथ चलने वाले वेशधारी चेलों पर रोक भी शामिल है। अब हर गोस्वामी को केवल एक-दो सेवकों के नाम बताने होंगे, उन्हीं को मंदिर में प्रवेश दिया जाएगा। इससे अवैध वसूली और अव्यवस्था खत्म होगी।
वीआईपी दर्शन पर्ची व्यवस्था भी पूरी तरह से बंद (VIP Pass Stopped) कर दी गई है। पहले सौ रुपये की पर्ची प्रतिदिन लगभग 1200 लोगों को दी जाती थी, जिसका दुरुपयोग भी होता था। कई बार कलर फोटो कॉपी कर अवैध रूप से श्रद्धालुओं को प्रवेश दिलाया जाता था। अब केवल प्रोटोकाल वाले वीआईपी को ही पहले की तरह दर्शन की अनुमति होगी।
इन बदलावों से उम्मीद है कि श्रद्धालुओं को दर्शन में अधिक सुविधा मिलेगी और मंदिर में अनुशासन बढ़ेगा।
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