
डिजिटल डेस्क। उत्तर प्रदेश सरकार ने रबी सीजन की तैयारियों को पूरी तरह से अंतिम रूप दे दिया है। कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि प्रदेश के 10 लाख से अधिक किसानों को दलहन और तिलहन फसलों के मुफ्त बीज मिनीकिट उपलब्ध कराए जा रहे हैं। ये मिनीकिट ऑनलाइन आवेदन के आधार पर लॉटरी प्रणाली से किसानों को दिए जा रहे हैं।
मंत्री ने कहा कि जिन किसानों को मिनीकिट नहीं मिल पाएंगे, उनके लिए भी प्रमाणित और उन्नत किस्मों के बीज कृषि विभाग के किसान कल्याण केंद्रों (बीज गोदामों) पर 50 प्रतिशत अनुदान पर उपलब्ध कराए जा रहे हैं।
शाही ने बताया कि प्रदेश के सभी 75 जिलों में रबी फसलों की बुआई की तैयारियां पूरी कर ली गई हैं ताकि किसानों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। सरकार द्वारा अनुदान पर दिए जा रहे बीजों में गेहूं, चना, मसूर, मटर, सरसों, राई, तोरिया और जौ जैसी आठ प्रमुख फसलें शामिल हैं।
कृषि मंत्री ने किसानों से अपील की कि वे बीजों का उचित भंडारण, सही समय पर बोआई और फसलों की सुरक्षा पर विशेष ध्यान दें, जिससे बेहतर अंकुरण और अधिक उत्पादन सुनिश्चित हो सके। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि सरकारी दर से अधिक मूल्य पर बीज या खाद न खरीदें।
इसके साथ ही, मंत्री ने आश्वस्त किया कि प्रदेश में खाद की कोई कमी नहीं है। उन्होंने बताया कि डीएपी, एनपीके, एसएसपी, पोटाश और यूरिया की पर्याप्त मात्रा सभी जिलों में उपलब्ध है। सहकारी समितियों पर भी खाद का पर्याप्त स्टॉक मौजूद है।
कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने कहा कि सरकार की प्राथमिकता है कि रबी सीजन की बुआई पूरी तरह से सुचारु रूप से संपन्न हो और किसानों को बीज या खाद की किसी भी प्रकार की समस्या का सामना न करना पड़े।
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डीएपी: 4.79 लाख मीट्रिक टन।
एनपीके: 4.82 लाख मीट्रिक टन।
एसएसपी: 3.02 लाख मीट्रिक टन।
यूरिया: 11.84 लाख मीट्रिक टन।
पोटाश: 95 हजार मीट्रिक टन।