डिजिटल डेस्क, लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को उरई में विकास कार्यों की बड़ी सौगात दी। उन्होंने कुल 1824 करोड़ 57 लाख रुपये की लागत वाली परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास किया। इनमें बुनियादी ढांचे, स्वास्थ्य, शिक्षा, सिंचाई, विद्युत और पर्यटन से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ अपराह्न 3:10 बजे हेलीकॉप्टर से उरई पहुंचे। पुलिस लाइन में उतरने के बाद वे कार द्वारा इंदिरा स्टेडियम पहुंचे, जहां उनका भव्य स्वागत किया गया। इस दौरान नून नदी पर बनी साढ़े तीन मिनट की एक लघु फिल्म भी मंच पर प्रदर्शित की गई, जिसमें जिले के विकास कार्यों की झलक दिखाई गई।
मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य सरकार प्रदेश के हर जिले के समग्र विकास के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि “उत्तर प्रदेश अब विकास का प्रतीक बन चुका है। हमारी सरकार का लक्ष्य हर गांव, हर शहर को आधुनिक सुविधाओं से जोड़ना है।”
इस मौके पर योगी आदित्यनाथ ने 165 परियोजनाओं का लोकार्पण किया। इन परियोजनाओं की कुल लागत 507 करोड़ 57 लाख रुपये है। इनमें ग्राम्य विकास विभाग की तीन, राज्य सेतु निगम की पांच, पावर ट्रांसमिशन कॉर्पोरेशन की दो, लोक निर्माण विभाग की 23, जल निगम ग्रामीण की 12, पुलिस आवास की दो, ग्रामीण अभियंत्रण की 18, आवास एवं विकास परिषद की 25, यूपीपीसीएल की 14, राज्य पर्यटन विकास निगम की पांच और डूडा की 20 परियोजनाएं शामिल हैं।
इसके अलावा, मुख्यमंत्री ने 140 परियोजनाओं का शिलान्यास किया, जिनकी कुल लागत 1317 करोड़ रुपये है। इन परियोजनाओं में लोक निर्माण विभाग की 27, पावर ट्रांसमिशन कारपोरेशन की चार, जलनिगम नगरीय की दस, यूपीपीसीएल की सात, आवास एवं विकास परिषद की 21, यूपी सिडको की सात, लघु सिंचाई की 11 और नगरपालिका उरई की 24 परियोजनाएं प्रमुख हैं।
CM ने कहा कि इन योजनाओं के पूरा होने के बाद जालौन, उरई और आसपास के क्षेत्रों में रोजगार, शिक्षा और स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ा सुधार होगा। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार प्रदेश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए हर जिले में औद्योगिक निवेश और प्रशिक्षण केंद्र स्थापित कर रही है।
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कार्यक्रम में मंत्रीगण, जनप्रतिनिधि और हजारों की संख्या में स्थानीय नागरिक उपस्थित रहे। मुख्यमंत्री के इस दौरे को प्रदेश में दीपावली से पहले विकास की रोशनी फैलाने वाला कदम बताया जा रहा है।