
डिजिटल डेस्क। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सोमवार को कार्तिक पूर्णिमा, देव दीपावली, गुरु नानक जयंती, ददरी मेला (बलिया) और गढ़मुक्तेश्वर मेला (हापुड़) के सुचारू आयोजन के लिए सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सख्त निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि घाटों और मेलों में अराजक तत्वों पर पुलिस की कड़ी नजर रहे और किसी भी स्थिति में लापरवाही न हो।
रील बनाने वाले अफसरों के लिए निर्देश
मुख्यमंत्री ने विशेष रूप से उन पुलिसकर्मियों को चेतावनी दी जो ड्यूटी के दौरान रील बनाते हैं। उन्होंने आदेश दिया कि ऐसे पुलिसकर्मियों को तुरंत संवेदनशील स्थलों से हटाया जाए और आगामी देव दीपावली व अन्य प्रमुख आयोजनों की ड्यूटी में शामिल न किया जाए, ताकि अनुशासन और मर्यादा बनी रहे।
योगी आदित्यनाथ ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए प्रदेश की कानून-व्यवस्था, सीएम हेल्पलाइन, आइजीआरएस, त्यौहारों की तैयारियों, धान खरीद और स्वास्थ्य सेवाओं की भी समीक्षा की। उन्होंने सभी जिलों के डीएम और एसपी से कहा कि आने वाले पर्व-त्योहारों में स्वच्छता, सुरक्षा और सतर्कता सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए।
अवांछनीय तत्व को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह केवल प्रशासनिक दायित्व नहीं, बल्कि जनसेवा और संवेदना का कार्य है। हर श्रद्धालु की सुरक्षा, सुविधा और सम्मान सुनिश्चित करना सभी अधिकारियों का कर्तव्य है। उन्होंने भीड़ और यातायात प्रबंधन को लेकर भी विशेष दिशा-निर्देश दिए और कहा कि भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों में किसी भी अवांछनीय तत्व की उपस्थिति बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
योगी ने यह भी निर्देश दिए कि घाटों पर पर्याप्त रोशनी, फ्लोटिंग बैरियर, सीसीटीवी कैमरे, स्वास्थ्य केंद्र, मोबाइल टॉयलेट, खोया-पाया केंद्र और चेंजिंग रूम जैसी सुविधाएं पहले से तैयार रहनी चाहिए। नदियों का जलस्तर ऊंचा और प्रवाह तेज होने के कारण अतिरिक्त सतर्कता बरतने के निर्देश भी दिए गए। उन्होंने कहा कि एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें मौके पर तैनात रहें और बिना लाइफ जैकेट के किसी को भी नाव पर सवार न होने दिया जाए।