सीएम योगी ने लोगों के नाम साझा की 'योगी की पाती', जनता से मांगा सहयोग
UP News: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों को लेकर बड़ा कदम उठाया है। योगी ने कहा है कि प्रदेश में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के विरुद्ध सख्त व निर्णायक कार्रवाई शुरू की जा चुकी है।
Publish Date: Mon, 08 Dec 2025 01:16:00 PM (IST)
Updated Date: Mon, 08 Dec 2025 01:18:08 PM (IST)
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के नाम एक पत्र जारी किया है।HighLights
- प्रदेशवासियों को मुख्यमंत्री ने लिखी चिट्ठी
- कहा, घुसपैठ किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं
- व्यक्ति को नियुक्त करने से पूर्व पहचान सुनिश्चित करें
डिजिटल डेस्कः उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों को लेकर बड़ा कदम उठाया है। चुनाव आयोग के विशेष गहन पुनरीक्षण (SIR) के दौरान कई संदिग्ध नागरिकों की पहचान सामने आने के बाद राज्य सरकार इन्हें डिटेंशन सेंटर में रखने की तैयारी में जुट गई है।
पत्र जारी कर लोगों से सहयोग की अपील की
इसी सिलसिले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के नाम एक पत्र जारी कर लोगों से सहयोग की अपील की है। एक्स पर साझा किए गए पोस्ट में उन्होंने लिखा कि उत्तर प्रदेश की सुरक्षा, सामाजिक संतुलन और प्रभावी कानून-व्यवस्था उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता है।
नियुक्त करने से पहले पहचान अवश्य सुनिश्चित करें
सीएम योगी ने कहा, प्रदेश में अवैध रूप से रह रहे रोहिंग्या और बांग्लादेशी घुसपैठियों के विरुद्ध सख्त व निर्णायक कार्रवाई शुरू की जा चुकी है। मैं प्रदेशवासियों से अपील करता हूं कि सतर्क रहें और घरेलू अथवा व्यावसायिक कार्यों में किसी भी व्यक्ति को नियुक्त करने से पहले उसकी पहचान अवश्य सुनिश्चित करें। सुरक्षा हम सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है।
सुप्रीम कोर्ट की हालिया टिप्पणी का हवाला
पोस्ट के साथ उन्होंने 'योगी की पाती' भी साझा की, जिसमें उन्होंने सुप्रीम कोर्ट की हालिया टिप्पणी का हवाला देते हुए कहा कि घुसपैठियों के लिए लाल कालीन बिछाना संभव नहीं है। पत्र में लिखा है कि घुसपैठ किसी भी कीमत पर स्वीकार्य नहीं है क्योंकि सार्वजनिक संसाधनों पर पहला अधिकार राज्य के नागरिकों का है, बाहरी घुसपैठियों का नहीं।
विदेशी नागरिकों की पहचान कर सूची तैयार करने के निर्देश
मुख्यमंत्री ने बताया कि सभी नगरीय निकायों को संदिग्ध विदेशी नागरिकों की पहचान कर सूची तैयार करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही दस्तावेज सत्यापन का विशेष अभियान चलाया जा रहा है और ऐसे व्यक्तियों को चिह्नित कर डिटेंशन केंद्रों में भेजने की प्रक्रिया तेज कर दी गई है। इसके लिए प्रत्येक मंडल में डिटेंशन सेंटर स्थापित किए जा रहे हैं।
मेरठ में डिटेंशन सेंटर के लिए स्थान चिह्नित करने के आदेश
हाल ही में मेरठ के डीएम ने शहर से अवैध बांग्लादेशी और रोहिंग्या नागरिकों को हटाने की प्रक्रिया तेज करने के निर्देश दिए हैं। नगर आयुक्त को गाजियाबाद के नंदग्राम मॉडल पर डिटेंशन सेंटर के लिए तत्काल उपयुक्त स्थान चिह्नित करने को कहा गया है। प्रस्तावित सेंटर में करीब 500 विदेशी नागरिकों को रखने की क्षमता होगी।