
डिजिटल डेस्क: कड़ाके की शीतलहर के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था और उत्साह में कोई कमी नहीं दिख रही है। प्रदेश के प्रमुख धार्मिक स्थलों पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ उमड़ रही है, जिससे उत्सव जैसा माहौल बन गया है। वर्ष के अंतिम दिनों में बड़ी संख्या में लोग दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं और नववर्ष की शुरुआत ईश्वर के आशीर्वाद के साथ करना चाहते हैं। इसी कारण मंदिरों और धार्मिक स्थलों पर लगातार भीड़ बढ़ रही है।
काशी विश्वनाथ मंदिर, राम जन्मभूमि और मथुरा-वृंदावन में बढ़ती भीड़ को देखते हुए सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन के व्यापक इंतजाम किए गए हैं। कड़ाके की ठंड के बीच नववर्ष से पहले आगरा और मथुरा में श्रद्धालुओं और पर्यटकों की भारी आमद देखी जा रही है। मंदिरों की नगरी वृंदावन में रविवार को करीब एक लाख श्रद्धालु दर्शन के लिए पहुंचे।
मंदिर प्रशासन ने श्रद्धालुओं से 29 दिसंबर से पांच जनवरी तक वृंदावन आने से परहेज करने की अपील की है। साथ ही दिव्यांग, बीमार, बच्चों और गर्भवती महिलाओं को भीड़ के दौरान न लाने, कीमती आभूषण न पहनने और बैग आदि न लाने की सलाह दी गई है। प्रशासन ने बताया कि इस अवधि में मंदिरों में भीड़ का अत्यधिक दबाव रहेगा। वृंदावन में बाहरी वाहनों के प्रवेश पर दो जनवरी तक रोक लगाई गई है, जबकि बरसाना में यह प्रतिबंध पांच जनवरी तक लागू रहेगा।
वहीं, रविवार को 46 हजार 748 पर्यटकों ने टिकट लेकर ताजमहल का दीदार किया। 15 वर्ष तक के निशुल्क प्रवेश वाले बच्चों को शामिल करने पर दिनभर में लगभग 70 हजार पर्यटक ताजमहल पहुंचे।
श्रद्धालुओं की भारी भीड़ को देखते हुए श्रीकाशी विश्वनाथ धाम में आगामी तीन जनवरी तक बाबा के स्पर्श दर्शन पर रोक लगा दी गई है। भक्तों को केवल झांकी दर्शन कराए जा रहे हैं। परिसर में महाकुंभ और सावन की तर्ज पर भीड़ प्रबंधन किया जा रहा है। धाम के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विश्व भूषण मिश्र ने बताया कि तीन जनवरी के बाद स्थिति की समीक्षा कर आगे का निर्णय लिया जाएगा।
मंदिर विशिष्ट क्षेत्र के उपजिलाधिकारी शंभूशरण ने श्रद्धालुओं से अपील की है कि ठंड और भीड़ को देखते हुए वृद्ध, बीमार और बच्चों की यात्रा टालना बेहतर होगा। प्रशासन ने संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय से आगे गैर जनपदों के नंबरों वाले चार पहिया वाहनों के प्रवेश पर रोक लगा दी है। केवल एंबुलेंस, इमरजेंसी वाहन और दुपहिया वाहनों को अनुमति दी गई है।
नववर्ष पर मां विंध्यवासिनी के दर्शन के दौरान चरण स्पर्श पर रोक रहेगी। ठंड से होने वाली परेशानियों को देखते हुए वृद्धजनों के उपचार के लिए चिकित्सा टीम भी तैनात की गई है। अयोध्या में फिलहाल कोई औपचारिक गाइडलाइन जारी नहीं की गई है, लेकिन भीषण ठंड के बावजूद श्रद्धालुओं की भीड़ लगातार बढ़ रही है।
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