ब्यूरो, प्रयागराज। यूपी की संगमनगरी सोमवार को डीआईजी जेल राजेश कुमार श्रीवास्तव ने जिला जेल का निरीक्षण किया। इस दौरान गेट पर भारी मात्रा में नकदी मिलने पर उन्होंने जेल प्रशासन से पूछताछ की। वहीं, सोशल मीडिया पर लाखों में नकदी की बात देर शाम से ही तेजी से वायरल हो रही है। बीते 14 अगस्त चेहल्लुम, 15 अगस्त स्वतंत्रता दिवस, कृष्ण जन्माष्टमी और रविवार को जेल में मुलाकात न होने के कारण सोमवार को मुलाकातियों की भीड़ अन्य दिनों से अधिक थी।
सामान्य तौर पर प्रतिदिन चार शिफ्ट में मुलाकात कराई जाती है, लेकिन सोमवार को मुलाकातियों की भीड़ अधिक होने के कारण मुलाकात की शिफ्ट चार से बढ़कर सात हो गई थी। शिफ्ट बढ़ने के कारण मुलाकात के समय से अधिक मुलाकात चल रही थी। इसकी जानकारी पर डीआईजी जेल राजेश कुमार श्रीवास्तव वहां पहुंचे थे। वह गेट पर ही मुलाकात व्यवस्था का निरीक्षण कर रहे थे। इस दौरान वहां मौजूद सिपाहियों के पास नकदी देखी तो इसके बारे में जानकारी ली।
सिपाहियों ने बताया कि मुलाकात करने आने वाले अपने बंदियों के कूपन के लिए यहां पैसा जमा करते हैं। इसपर अधिक मात्रा पर नकदी को लेकर उन्होंने सवाल उठाते हुए जेल प्रशासन के अधिकारियों से इसके बारे में पूछा।
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सूत्रों की मानें तो इसे लेकर उन्होंने नाराजगी जाहिर करते हुए मामले की जांच के आदेश दे दिए। जेलर शैलेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि डीआईजी जेल द्वारा शाम को गेट पर तथा जेल के अंदर निरीक्षण किया गया। कई दिनों बाद मुलाकात होने के कारण आम दिनों की अपेक्षा अधिक भीड़ थी। नकदी मिलने की बात गलत है। कोई जेल को बदनाम करने के लिए भ्रामक खबर फैला दिया है।