MLA पूजा पाल ने Akhilesh Yadav पर साधा निशाना, सपा पर गंभीर आरोप लगाते हुए जताई हत्या की आशंका
Pooja Pal Vs Akhilesh Yadav: चायल से विधायक पूजा पाल ने अखिलेश यादव और समाजवादी पार्टी (SP) पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि सपा अपराधियों को संरक्षण देती है और उनकी जान को खतरा है। पति राजू पाल की हत्या का जिक्र करते हुए पूजा ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी (BJP) से उन्हें कोई खतरा नहीं, केवल सपा से है।
Publish Date: Mon, 25 Aug 2025 02:43:19 PM (IST)
Updated Date: Mon, 25 Aug 2025 03:02:07 PM (IST)
UP Politics Update: पति की हत्या याद कर भड़की विधायक पूजा पाल अखिलेश पर साधा निशानाHighLights
- अतिपिछड़ों का अपमान करती है समाजवादी पार्टी
- विधायक पूजा पाल ने अखिलेश पर साधा निशाना
- UP में योगी सरकार में न्याय, सपा में अपराध
डिजिटल डेस्क: चायल से विधायक पूजा पाल और समाजवादी पार्टी (Pooja Pal Vs Akhilesh Yadav) के बीच विवाद गहराता जा रहा है। SP से निष्कासित विधायक ने सोमवार को सपा अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव पर गंभीर आरोप लगाए। पूजा पाल ने कहा कि सपा के पोषित माफिया और गुंडों से उनकी जान को खतरा है।
पति राजू पाल की हत्या का दर्द किया याद
पूजा पाल ने अपने पति और पूर्व विधायक राजू पाल की 2005 में हुई हत्या का जिक्र करते हुए कहा कि उस समय प्रदेश में सपा की सरकार थी और अपराधियों को खुला संरक्षण मिला था। प्रयागराज की सड़कों पर दिनदहाड़े AK-47 से फायरिंग कर राजू पाल की हत्या की गई।
इसके बाद भी सपा ने माफिया अतीक अहमद के भाई अशरफ को उनके खिलाफ चुनाव मैदान में उतारकर पीड़ित परिवार को अपमानित किया। पूजा ने कहा कि जब उन्हें सहारे की जरूरत थी तब सपा ने उनके पति के हत्यारे को प्रत्याशी बनाकर खड़ा किया। बावजूद इसके उनके क्षेत्र की जनता और पाल समाज ने सपा समर्थित अपराधियों को हराया।
'सपा अपराधियों को संरक्षण देती रही है'
अखिलेश यादव के उस बयान पर कि मुख्यमंत्री से मिलने के बाद पूजा पाल को खतरा कैसे बढ़ गया, पूजा ने पलटवार किया। उन्होंने कहा कि जब उनके पति की हत्या हुई तब सपा की सरकार थी और आज तक किसी भी सरकार में ऐसा अपराध नहीं हुआ। उन्होंने आरोप लगाया कि सपा अपराधियों को संरक्षण देती रही है और उनकी हत्या भी करवा सकती है।
उन्होंने स्पष्ट किया कि उनकी महत्वाकांक्षा कभी मंत्री पद पाने की नहीं थी, बल्कि पति के हत्यारों को सजा दिलाना उनका उद्देश्य था। योगी आदित्यनाथ सरकार ने उन्हें न्याय दिलाया और अपराधियों को मिट्टी में मिला दिया, जबकि सपा आज भी अपराधियों को दूध पिलाकर पाप कर रही है।
अतीक अहमद का नाम लेने पर निकाला
अपने निष्कासन के मुद्दे पर पूजा ने कहा कि उनका निष्कासन राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग के कारण नहीं बल्कि सदन में अतीक अहमद का नाम लेने पर हुआ। सपा अपराधियों की बुराई बर्दाश्त नहीं कर सकी।
उन्होंने सपा के पीडीए फॉर्मूले पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि अखिलेश इसका अर्थ बार-बार बदलते हैं। अतिपिछड़ों को सपा सरकारों में कभी सम्मान नहीं मिला। पूजा ने कहा कि भाजपा या उसके नेताओं से उन्हें कोई खतरा नहीं है। उनके साथ क्षेत्र की जनता और पाल समाज खड़ा है। उन्होंने कहा कि सपा को उन्हें मिटाना आसान नहीं होगा।
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