डिजिटल डेस्क: आगरा में एसटीएफ ने अवैध दवा सिंडिकेट के खिलाफ बड़ी कार्रवाई करते हुए दवा कारोबारी हिमांशु अग्रवाल को गिरफ्तार किया। कारोबारी ने STF इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा को एक करोड़ रुपये की रिश्वत देने का प्रयास किया था।
जानकारी के अनुसार, कैंट रेलवे स्टेशन पर नकली दवा पकड़े जाने के बाद एसटीएफ और औषधि विभाग की टीमें छापेमारी कर रही थीं। इसी बीच हिमांशु अग्रवाल ने रिश्वत का प्रस्ताव दिया। इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा ने तुरंत इसकी जानकारी एडिशनल एसपी राकेश यादव को दी। इसके बाद ADG कानून व्यवस्था अमिताभ यश तक सूचना पहुंची और ऑपरेशन ट्रैप की तैयारी शुरू कर दी गई।
दोपहर 12 बजे से टीम सक्रिय हो गई। चार घंटे में हिमांशु अग्रवाल ने एक करोड़ रुपये जुटाए और तीन बैग में भरकर कोतवाली क्षेत्र पहुंचा। बैग खोलने पर पुलिस के होश उड़ गए, क्योंकि उनमें पांच-पांच सौ के नोट भरे थे। रकम इतनी ज्यादा थी कि गिनने के लिए मशीनें बुलानी पड़ीं।
एसटीएफ की इस कार्रवाई में हेड कांस्टेबल अंकित गुप्ता, प्रशांत चौहान, अमित सिंह, दिनेश गौतम और कांस्टेबल हरपाल शामिल रहे। इस दौरान बस्ती के सहायक आयुक्त औषधि भी मौके पर मौजूद थे।
कारोबारी ने कई बार इंस्पेक्टर को फोन और व्हाट्सएप मैसेज कर रिश्वत देने की कोशिश की, लेकिन इंस्पेक्टर यतींद्र शर्मा ने चालाकी से बातचीत कर उसे जाल में फंसा लिया। प्रदेश में यह अब तक की सबसे बड़ी रिश्वत बरामदगी मानी जा रही है।
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