लखनऊ, ब्यूरो। उत्तर प्रदेश के लखनऊ में गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा आयोजित जनता दरबार में हैरान कर देने वाली घटना देखने को मिली, जहां जनता दरबार में एक रिटायर्ड फौजी सतबीर गुर्जर जहर खाकर पहुंचे। वहां पहुंचते ही उन्होंने कहा कि वह जहर खाकर आए हैं। उनकी यह बात सुनते ही अफरातफरी मच गई। इसके बाद उसको तुरंत नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उसकी हालत पहले से बेहतर है।
बाद में जब जांच की गई तो पता चला कि रिटायर्ड फौजी गाजियाबाद के लोनी के सिरौली निवासी है। वह जनता दरबार में गाजियाबाद के विधायक नंद किशोर गुर्जर की शिकायत लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने पहुंचा था।
फौजी के पास से एक लैटर भी मिला है, जिसमें लिखा है कि वह कारगिल योद्धा और सेवानिवृत्त फौजी है। मुख्यमंत्री योगी उसके इष्ट देव (भगवान रूप) हैं। वह बताना चाहता है कि लोनी से भाजपा विधायक नंद किशोर गुर्जर के खिलाफ गंभीर आरोप लगाते हुए उसने मुख्यमंत्री योगी से सुरक्षा की गुहार लगाई है।
फौजी ने बताया कि विधायक नंदकिशोर ने अप्रैल में एक षड्यंत्रकारी कलश यात्रा निकाली थी, जहां उसका मकसद भाजपा सरकार को गिराना था। उसे इस बात की जानकारी मिल गई थी और इसी साजिश का पर्दाफाश उसने इंटरनेट पर किया था।
फौजी के मुताबिक, उसने जब से यह बात सोशल मीडिया पर डाली है, तब से ही उस पर काफी अत्याचार हो रहे हैं। उन्होंने यह भी बताया कि लोनी विधानसभा क्षेत्र में 'नंदू टैक्स' के रूप में करोड़ों रुपये हर दिन कमाए जा रहे हैं। इस पैसे का कुछ हिस्सा शीर्ष पर बैठे इसके अधिवक्ताओं को भी जाता है। ऐसे में उनकी मांग है कि उसकी रक्षा की जाए। वह बहुत बड़े खतरे में है।
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रिटायर्ड फौजी की यह बात सुनकर सहायक पुलिस आयुक्त (एसीपी) विकास जायसवाल ने बताया कि सतबीर गुर्जर से बातचीत के बाद संबंधित थाने की पुलिस को बुलाया गया है। जो आरोप उसने लगाए हैं, उन्हें संबंधित जिले के एसपी को अवगत कराया गया है। पुलिस मामले में यह भी जांच रही है कि फौजी ने किसी के कहने पर तो ऐसा नहीं किया है। अगर ऐसा है तो दोनों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया जाएगा।