ब्यूरो, आजमगढ़। आज यानि 11 जुलाई से शुरू हुए सावन माह और कांवड़ यात्रा को सकुशल संपन्न कराने के लिए इस बार पुलिस-प्रशासन ने व्यापक इंतजाम किए हैं। कांवड़ यात्रा, शिवालयों में जलाभिषेक और घाटों पर स्नान के दौरान किसी भी प्रकार की अव्यवस्था या अप्रिय घटना को रोकने के लिए व्यापक तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। यूपी के आजमगढ़ में करीब 1800 पुलिस कर्मी सावन के पूरे माह ड्यूटी पर तैनात रहेंगे। इन पुलिसकर्मियों में पीएसी, एसएसबी के जवानों के साथ-साथ महिला पुलिस, यातायात पुलिस और खुफिया तंत्र के कर्मी शामिल होंगे।
शहर के प्रमुख शिवालयों जैसे दुर्वासा धाम, भंवरनाथ स्थित महादेवनाथ मंदिर, श्रीनाथ बाबा मंदिर सहित अन्य प्रमुख मंदिरों की ड्रोन कैमरों से लगातार निगरानी की जाएगी। इसके साथ ही, प्रमुख सड़कों, मंदिर मार्गों और भीड़भाड़ वाले इलाकों में सीसीटीवी कैमरे सक्रिय कर दिए गए हैं। सभी कैमरों की मानिटरिंग जिला कंट्रोल रूम से 24 घंटे की जाएगी।
सावन के अवसर पर तमसा नदी और अन्य जल स्रोतों पर स्नान करने वालों की सुरक्षा के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं। तमसा घाट, रैदोपुर घाट और अन्य प्रमुख घाटों पर बचाव कार्य के लिए नावों के साथ प्रशिक्षित गोताखोरों की तैनाती की गई है। कांवड़ यात्रा के दौरान मुख्य मार्गों पर बैरिकेडिंग कर रास्तों को व्यवस्थित किया गया है ताकि श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। साथ ही मेडिकल टीम और एंबुलेंस को भी तैयार रखा गया है, ताकि किसी आपात कालीन स्थिति में तुरंत सहायता दी जा सके।
पुलिस प्रशासन का उद्देश्य न सिर्फ सुरक्षा देना है बल्कि श्रद्धालुओं को सहज और शांतिपूर्ण वातावरण प्रदान करना है, ताकि वे श्रद्धा और भक्ति भाव से भगवान शिव का जलाभिषेक कर सकें। अपर पुलिस अधीक्षक ग्रामीण चिराग जैन ने कहा कि सावन माह के दौरान धैर्य और संयम बनाए रखें। किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें और यदि कोई संदिग्ध वस्तु या गतिविधि दिखाई दे तो तुरंत नजदीकी पुलिस अधिकारी या कंट्रोल रूम को सूचित करें।