
डिजिटल डेस्क। उत्तर प्रदेश भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष(UP BJP president election) पद के लिए होने वाले चुनाव को लेकर गतिविधियां तेज हो गई हैं। शनिवार और रविवार को होने वाले इस चुनाव(BJP Pradesh Adhyaksh Chunav) के लिए शुक्रवार को मतदाता सूची जारी कर दी गई है। कुल 464 मतदाता इसमें शामिल हैं, जिनमें पांच सांसद, 26 विधायक, आठ विधान परिषद सदस्य और 425 प्रांतीय परिषद सदस्य व जिलाध्यक्ष शामिल हैं। पार्टी के राष्ट्रीय महामंत्री और केंद्रीय चुनाव पर्यवेक्षक विनोद तावड़े(Vinod Tawde) की मौजूदगी में शनिवार को नामांकन प्रक्रिया पूरी की जाएगी।
नामांकन के बाद प्रदेश अध्यक्ष की तस्वीर लगभग साफ हो जाएगी। भाजपा के 17वें प्रदेश अध्यक्ष के नाम की औपचारिक घोषणा रविवार 14 दिसंबर को की जाएगी। इसी बीच राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) बीएल संतोष शुक्रवार को अचानक लखनऊ पहुंचे। उन्होंने वरिष्ठ संगठन पदाधिकारियों के साथ बैठक की और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मुलाकात के बाद देर रात दिल्ली लौट गए।
चुनाव कार्यक्रम हुआ जारी
प्रदेश संगठन चुनाव अधिकारी और पूर्व केंद्रीय मंत्री डॉ. महेन्द्र नाथ पांडेय ने बताया कि शनिवार 13 दिसंबर को दोपहर 2 से 3 बजे तक नामांकन दाखिल किए जाएंगे। इसके बाद 3 से 4 बजे तक नामांकन पत्रों की जांच होगी, जबकि 4 से 5 बजे तक नाम वापसी का समय तय किया गया है। यह प्रक्रिया भाजपा प्रदेश मुख्यालय में संपन्न होगी।
रविवार 14 दिसंबर को जरूरत पड़ने पर मतदान कराया जाएगा और उसी दिन केंद्रीय चुनाव अधिकारी व केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल प्रदेश अध्यक्ष के नाम की घोषणा करेंगे। मतदान की व्यवस्था डॉ. राम मनोहर लोहिया राष्ट्रीय विधि विश्वविद्यालय स्थित डॉ. आंबेडकर सभागार में की गई है। इससे पहले प्रदेश महामंत्री (संगठन) धर्मपाल सिंह ने चुनाव तैयारियों की समीक्षा की और प्रक्रिया को समयबद्ध व संविधान सम्मत बताया।
इन नामों की सबसे ज्यादा चर्चा
पंचायत चुनाव और 2027 के विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा प्रदेश अध्यक्ष के लिए ओबीसी चेहरे पर दांव लगा सकती है। इसे विपक्ष के पीडीए फार्मूले के जवाब के तौर पर देखा जा रहा है। सबसे आगे चल रहे नामों में महाराजगंज के सांसद और केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी शामिल हैं, जो कुर्मी समाज से आते हैं और सात बार सांसद रह चुके हैं।
इसके अलावा केंद्रीय मंत्री और राज्यसभा सांसद बीएल वर्मा, राज्यसभा सदस्य बाबूराम निषाद, पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह, प्रदेश महामंत्री अमरपाल मौर्य और साध्वी निरंजन ज्योति के नाम भी चर्चा में हैं। दलित वर्ग से विनोद सोनकर, विद्यासागर सोनकर और जुगल किशोर को संभावित दावेदार माना जा रहा है।
उप मुख्यमंत्रियों को सौंपी गई जिम्मेदारी
शुक्रवार शाम राष्ट्रीय महामंत्री (संगठन) ने दोनों उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक के साथ शीर्ष नेताओं की बैठक की। नामांकन दिवस की जिम्मेदारी केशव प्रसाद मौर्य और प्रदेश महामंत्री संजय राय को सौंपी गई है, जबकि रविवार के कार्यक्रम की जिम्मेदारी ब्रजेश पाठक और प्रदेश महामंत्री गोविन्द नारायण शुक्ला संभालेंगे।
रविवार को केंद्रीय व प्रदेश पदाधिकारियों के साथ सांसद, विधायक, महापौर, जिला पंचायत अध्यक्ष, जिलाध्यक्ष और मंडल अध्यक्षों को भी आमंत्रित किया गया है। करीब 3500 पदाधिकारियों के पहुंचने की संभावना है और भाजपा इसे बड़े संगठनात्मक आयोजन के रूप में आयोजित करने की तैयारी में है।