
डिजिटल डेस्क। तराई क्षेत्र में ठंड का असर लगातार तेज होता जा रहा है। मंगलवार को हालात ऐसे रहे कि दिनभर घना कोहरा और धुंध छाई रही, जिससे सूर्यदेव के दर्शन नहीं हो सके। मौसम विभाग के मुताबिक आने वाले चार दिनों तक ठंड से राहत मिलने के आसार नहीं हैं। बर्फीली हवाओं के चलते ठिठुरन और बढ़ेगी, वहीं कोहरे का असर भी बना रहेगा। प्रशासन और मौसम विभाग ने लोगों से सतर्क रहने और बेहद जरूरी होने पर ही घर से बाहर निकलने की सलाह दी है।
सुबह घने कोहरे और तीखी ठंड के कारण जनजीवन लगभग ठप नजर आया। दृश्यता इतनी कम थी कि सुबह करीब 11 बजे तक बाजार और सड़कें वीरान रहीं। जो वाहन सड़कों पर दिखे भी, वे हेडलाइट जलाकर बेहद धीमी गति से चलते नजर आए। हाईवे से लेकर मुख्य और संपर्क मार्गों तक कोहरे ने आवाजाही मुश्किल कर दी।
कड़ाके की ठंड के चलते लोग घरों में दुबके रहे। रोजाना चहल-पहल वाले चौराहे और बाजार सुबह के समय सूने पड़े रहे। दुकानों के शटर देर से उठे और ग्राहकों की संख्या भी बेहद कम रही। स्कूल जाने वाले बच्चे और दफ्तर जाने वाले कर्मचारी ठंड से कांपते नजर आए। इकौना नगर में गलियों और सड़कों के किनारे कुत्ते बुझ चुके अलावों की राख पर सिमटे दिखे, जबकि बेसहारा मवेशी खाली बरामदों में ठंड से बचाव करते नजर आए।
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सार्वजनिक अलाव की कमी के चलते कई इलाकों में मजदूर कागज और पॉलिथीन जलाकर ठंड से बचने को मजबूर दिखे। आपदा विशेषज्ञ अरुण कुमार मिश्र ने बताया कि पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से 20 दिसंबर तक घना कोहरा बने रहने की संभावना है। जिले में अधिकतम तापमान 18.9 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 8.4 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया है। फिलहाल तापमान में किसी बड़े बदलाव की उम्मीद नहीं जताई गई है।