डिजिटल डेस्क: उत्तर प्रदेश में लगातार हो रही भारी बारिश (Weather Update) ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है। बीते रविवार से जारी बरसात के कारण अलग-अलग जिलों में हादसों से कई लोगों की मौत हो गई है। इनमें मेरठ और मुरादाबाद में करीब सात लोग बिजली गिरने से मर गए, जबकि प्रयागराज, बहराइच और गोंडा में बारिश जनित हादसों में भी कई लोगों ने दम तोड़ दिया। हालात को देखते हुए अलीगढ़, एटा, कासगंज, मुरादाबाद और पीलीभीत में 12वीं तक के सभी स्कूल बंद (School Closed Heavy Rain) कर दिए गए हैं।
मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, अगले 24 घंटों के दौरान कई जिलों में भारी से अत्यधिक बारिश होने की संभावना है। मॉनसून की ट्रफ लाइन इस समय यूपी के ऊपर सक्रिय है, वहीं पश्चिमी विक्षोभ भी प्रभाव डाल रहा है। फुरसतगंज (अमेठी) में 171.3 मिमी, अलीगढ़ में 153.4 मिमी और संभल में 146 मिमी वर्षा दर्ज की गई है। बरेली, सरधना (मेरठ), पटियाली (कासगंज) और आंवला (बरेली) में भी 125 मिमी तक बारिश हुई।
लखनऊ में सोमवार सुबह तक 53 मिमी बारिश रिकॉर्ड की गई। शहर का तापमान 4.4 डिग्री घटकर 29.1 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया। अलीगढ़ में 10 साल का रिकॉर्ड टूट गया जब सितंबर के पहले दिन 44 मिमी बारिश हुई। रामघाट रोड पर सैकड़ों दुकानों में पानी भर गया और कई जगहों पर नाव चलानी पड़ी।
प्रेस विज्ञप्ति : मानसून सक्रियता बढ़ने से प्रदेश में भारी से अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना pic.twitter.com/3rVyolxVEh
— मौसम केंद्र, लखनऊ - IMD Uttar-Pradesh (@CentreLucknow) September 1, 2025
मुरादाबाद में लगातार बारिश से रेल यातायात प्रभावित हुआ और एक दर्जन से अधिक ट्रेनें विलंब से चलीं। पीलीभीत में खेतों में पानी भरने से फसलें डूब गईं, जबकि मथुरा में शहर के कई इलाके तालाब में तब्दील हो गए। सहारनपुर के हथिनीकुंड बैराज से 3.39 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के बाद यमुना का जलस्तर तेजी से बढ़ा है, जिससे मथुरा और आगरा में संकट की स्थिति पैदा हो गई है।
फर्रुखाबाद में गंगा का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है। गंगापार के दर्जनों गांव टापू बन गए हैं और लोग नाव-स्टीमर से आवाजाही करने को मजबूर हैं। प्रयागराज में गंगा-यमुना का जलस्तर घट तो रहा है लेकिन बेहद धीमी गति से।
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