एजेंसी, प्रयागराज। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने प्रांतीय सिविल सेवा (पीसीएस)-2025 प्रारंभिक परीक्षा के लिए एडमिट कार्ड जारी कर दिए हैं। यह परीक्षा 12 अक्टूबर को प्रदेश के सभी 75 जिलों में आयोजित की जाएगी। इस बार कुल 1,435 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जबकि पिछले वर्ष 1,331 केंद्र थे। यानी लगभग 100 नए परीक्षा केंद्र जोड़े गए हैं।
आयोग के अनुसार, इस बार 6.26 लाख अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल होंगे, जो 2024 की तुलना में करीब 50 हजार अधिक हैं। अभ्यर्थियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए केंद्र निर्धारण में विशेष बदलाव किए गए हैं। आयोग ने उत्तर प्रदेश परीक्षा अध्यादेश-2024 के तहत पुरुष अभ्यर्थियों को गैर-मंडल और महिला अभ्यर्थियों को गैर-जनपद में परीक्षा केंद्र आवंटित किए हैं।
जिलों में परीक्षा केंद्र मुख्यालय से अधिकतम 20 किलोमीटर दूर तक बनाए गए हैं। इससे अभ्यर्थियों को अतिरिक्त दूरी तय करनी होगी। खासकर दूसरे मंडल से आने वाले परीक्षार्थियों को अधिक परेशानी का सामना करना पड़ेगा। इसके साथ ही शहर के कई बड़े महाविद्यालयों को परीक्षा केंद्र नहीं बनाया गया है, जिससे परीक्षार्थियों के बीच असंतोष भी देखने को मिल रहा है।
परीक्षा के निष्पक्ष संचालन के लिए आयोग ने इस बार अत्याधुनिक तकनीकी इंतजाम किए हैं। सभी परीक्षा केंद्रों पर एआई आधारित सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे, जिनसे परीक्षा कक्षों की रीयल टाइम निगरानी होगी। अभ्यर्थियों की उपस्थिति दर्ज करने के लिए बायोमीट्रिक प्रणाली के तहत आइरिश स्कैनिंग का प्रयोग किया जाएगा।
इसके अतिरिक्त, प्रश्नपत्रों की सुरक्षा के लिए डिजिटल डबल लॉक सिस्टम लागू किया गया है, जिससे पेपर लीक की किसी भी आशंका पर रोक लगाई जा सके।
आयोग का कहना है कि ये सभी कदम परीक्षा प्रक्रिया को और अधिक पारदर्शी और सुरक्षित बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण साबित होंगे। हालांकि, अभ्यर्थियों का मानना है कि दूरस्थ केंद्रों की वजह से समय और परिवहन दोनों की समस्या बढ़ जाएगी।
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