काशी के इन 10 मंदिरों का होगा जीर्णोद्धार, ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व की सबको मिलेगी जानकारी
UP News: काशी के प्राचीन एवं प्रमुख 10 मंदिरों के संरक्षण और जीर्णोद्धार के लिए शासन द्वारा 17.50 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है। पर्यटन विभाग ...और पढ़ें
Publish Date: Wed, 17 Dec 2025 04:06:17 PM (IST)Updated Date: Wed, 17 Dec 2025 04:06:59 PM (IST)
काशी के इन 10 मंदिरों का होगा जीर्णोद्धार।HighLights
- 17.50 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत
- शासन ने पर्यटन विभाग को निर्देश दिया
- काशी में पर्यटन से बढ़ेगा रोजगार
डिजिटल डेस्क। काशी के प्राचीन एवं प्रमुख 10 मंदिरों के संरक्षण और जीर्णोद्धार के लिए शासन द्वारा 17.50 करोड़ रुपये की धनराशि स्वीकृत की गई है। बजट स्वीकृत करते हुए शासन ने पर्यटन विभाग को निर्देश दिया है कि वह उपयुक्त एजेंसी का चयन कर विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार कराए, ताकि जीर्णोद्धार का कार्य शीघ्र प्रारंभ किया जा सके।
जनप्रतिनिधियों एवं क्षेत्रवासियों से भी सुझाव लिए जाएं
डीपीआर तैयार करते समय स्थानीय जनप्रतिनिधियों एवं क्षेत्रवासियों से भी सुझाव लिए जाएं, जिससे श्रद्धालुओं को अधिकतम लाभ मिल सके। साथ ही यह सुनिश्चित किया जाए कि मंदिरों तक आने-जाने में श्रद्धालुओं को किसी प्रकार की असुविधा न हो। यदि मार्ग या सड़कें जर्जर अवस्था में हैं, तो जनप्रतिनिधियों के सहयोग से उनका निर्माण अथवा मरम्मत कराई जाए।
मंदिरों के संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा
काशी में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए अनेक योजनाएं धरातल पर उतर चुकी हैं, जबकि कई योजनाएं प्रस्तावित हैं। इन योजनाओं के अंतर्गत शहर एवं उसके आसपास स्थित मंदिरों के संरक्षण पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है।
पर्यटन विभाग को निर्देशित किया गया है कि प्रमुख मंदिरों के जीर्णोद्धार के साथ-साथ उन्हें पर्यटन मानचित्र और गाइड बुक में शामिल किया जाए। इसके अलावा पर्यटन गाइडों को इन मंदिरों के ऐतिहासिक, धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व की जानकारी देने को कहा गया है, ताकि अधिक से अधिक पर्यटक इन स्थलों तक पहुंच सकें।
पर्यटन से बढ़ेगा रोजगार
पर्यटकों के आगमन से ग्रामीण क्षेत्रों में स्थित मंदिरों में दर्शन के साथ-साथ ‘बेड एंड ब्रेकफास्ट’ और होम-स्टे जैसी सुविधाओं को भी बढ़ावा मिलेगा। इससे स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर प्राप्त होंगे।
साथ ही पर्यटक हमारी समृद्ध संस्कृति, परंपराओं और कृषि से परिचित होंगे। विशेष रूप से विदेशी पर्यटक भारत की ग्रामीण संस्कृति और जीवनशैली को करीब से देखने में रुचि रखते हैं, जिससे क्षेत्रीय विकास को नई दिशा मिलेगी।
इन मंदिरों का होगा जीर्णोद्धार
- लहरतारा स्थित दुर्गा मंदिर
- सदर बाजार वाल्मिकी मंदिर
- भदैनी सुपार्श्वनाथ जन्मस्थली
- सिंधोरा स्थित हनुमान मंदिर
- ग्रामसभा कोटा में खाकी कुटी मंदिर
- मुड़ादेव स्थित महादेव मंदिर
- देवरिया पूरे हनुमान मंदिर
- ग्रामसभा गोला स्थित हनुमान मंदिर
- जक्खिनी स्थित यक्षणी माता मंदिर
- नमोघाट स्थित भगवान विश्वकर्मा मंदिर