विशेष तकनीक से बना है अयोध्या राम मंदिर का धर्मध्वज, धूप-बारिश में भी वर्षों तक रहेगा सुरक्षित
श्रीराम जन्मभूमि मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) के मुख्य शिखर पर मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा फहराया गया धर्मध्वज (Dharma Dhwaj) को प्रतिष्ठित डिफेंस पीएसयू ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड (GIL) की आयुध पैराशूट फैक्ट्री, कानपुर में निर्मित किया गया है। यह ध्वज न सिर्फ हल्का और मजबूत है, बल्कि धूप और बारिश में भी सुरक्षित रहने में सक्षम है।
Publish Date: Wed, 26 Nov 2025 08:27:57 AM (IST)
Updated Date: Wed, 26 Nov 2025 08:30:16 AM (IST)
अयोध्या राम मंदिर के शिखर पर फहराता धर्मध्वज।HighLights
- विशेष निर्माण और उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री के कारण सुर्खियों में है।
- डिफेंस पीएसयू ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड की आयुध पैराशूट फैक्ट्री में निर्मित।
- धर्मध्वज का आकार 18 फीट लंबा और 9 फीट ऊंचा रखा गया है।
डिजिटल डेस्कः श्रीराम जन्मभूमि मंदिर (Ayodhya Ram Mandir) के मुख्य शिखर पर मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा फहराया गया धर्मध्वज (Dharma Dhwaj) अपने विशेष निर्माण और उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री के कारण सुर्खियों में है। देश की प्रतिष्ठित डिफेंस पीएसयू ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड (GIL) की आयुध पैराशूट फैक्ट्री, कानपुर में निर्मित यह ध्वज न सिर्फ हल्का और मजबूत है, बल्कि मौसम की प्रतिकूलता से भी लंबे समय तक सुरक्षित रहने में सक्षम है।
आकार 18 फीट लंबा और 9 फीट ऊंचा
धर्मध्वज का आकार 18 फीट लंबा और 9 फीट ऊंचा रखा गया है। लगभग दो किलोग्राम वजन वाले इस ध्वज पर कोविदार वृक्ष और सूर्य के भीतर ओम का पवित्र प्रतीक अंकित है। मंदिर ट्रस्ट के अनुसार, ध्वज निर्माण में उपयोग हुए कपड़े और रंगों का चयन प्रयोगशाला में कठोर परीक्षणों के बाद ही किया गया। मानक के अनुरूप पाए जाने पर पैराशूट-ग्रेड फैब्रिक का उपयोग किया गया, जो इसे हल्का होने के बावजूद अत्यधिक मजबूत बनाता है।
उच्च गुणवत्ता वाले कपड़े और धागे का इस्तेमान
विशेषज्ञों के अनुसार, ध्वज में उपयोग किए गए उच्च गुणवत्ता वाले कपड़े, टेप और धागे इसे तीन से चार वर्षों तक धूप, बारिश और हवा के प्रभाव से अप्रभावित बनाए रखेंगे। कम वजन के कारण इसे मंदिर के ऊंचे शिखर तक ले जाना भी आसान रहा।
पीएमओ ने भी सराहना की
ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड ने बताया कि मंदिर ट्रस्ट की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए मानकीकृत ध्वज का डिजाइन तैयार किया गया। उल्लेखनीय है कि सिर्फ दो सप्ताह में इसकी पूरी प्रक्रिया पूरी कर इसे ट्रस्ट को सौंप दिया गया, जिसके लिए पीएमओ ने भी संस्थान की सराहना की है।
गर्व और भावनात्मक जुड़ाव का क्षण
रक्षा मंत्रालय के अधीन कार्यरत GIL देश और विदेश में उच्च गुणवत्ता वाले पैराशूट निर्माण के लिए जाना जाता है। संस्थान के कुशल कर्मचारियों ने पूरी सात्विकता और पवित्रता के साथ इस ध्वज का निर्माण किया। GIL के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक एम.सी. बालासुब्रमण्यम ने कहा कि राम मंदिर के लिए धर्मध्वज तैयार करना उनके संगठन के लिए गर्व और भावनात्मक जुड़ाव का क्षण रहा।