एजेंसी, मेरठ: गाजियाबाद के इंदिरापुरम में साइबर अपराधियों ने महिला आरती कौल को 5G सिम अपग्रेड करने के बहाने भारी चूना लगा दिया। ठगों ने खुद को एयरटेल का कर्मचारी बताकर कॉल किया और ई-सिम एक्टिवेशन की प्रक्रिया में उनके मोबाइल नंबर को अपने कब्जे में ले लिया। इसके बाद महिला के दो अलग-अलग बैंक खातों से कुल 18.48 लाख रुपये निकाल लिए गए। मामला दर्ज होने के बाद साइबर क्राइम पुलिस जांच कर रही है।
इंदिरापुरम निवासी आरती कौल 29 अगस्त की दोपहर करीब एक बजे फोन पर ठगी का शिकार हुईं। कॉल करने वाले ने खुद को एयरटेल प्रतिनिधि बताते हुए कहा कि उनका 4जी सिम अब 5जी में अपग्रेड किया जाएगा। जैसे ही महिला ने सहमति जताई, उनके मोबाइल पर ओटीपी आया। कॉल पर ही रहते हुए महिला ने वह ओटीपी साझा किया और कुछ ही मिनटों में उनका मोबाइल नेटवर्क बंद हो गया।
दरअसल, ठग ने उसी ओटीपी का इस्तेमाल कर आरती कौल का ई-सिम अपने मोबाइल में सक्रिय कर लिया था। महिला का नंबर बंद होते ही उन्होंने अपने दोनों बैंक खातों एक्सिस बैंक और HDFCबैंक- से लाखों रुपये ट्रांसफर कर लिए। एक्सिस बैंक से 11.98 लाख रुपये और एचडीएफसी से 6.50 लाख रुपये निकाल लिए गए।
घटना के बाद आरती कौल 31 अगस्त को एयरटेल ऑफिस पहुंचीं, जहां उन्हें नया सिम दिया गया, लेकिन वह सक्रिय नहीं हुआ। अगले दो दिनों में भी उन्हें कई बार नया सिम दिया गया, मगर कोई फायदा नहीं हुआ। अंततः कई प्रयासों के बाद उनका नंबर पुनः चालू हुआ और दूसरे मोबाइल पर सक्रिय ई-सिम बंद हुआ।
नंबर चालू होने के बाद उन्होंने जब अपने बैंक खातों की स्थिति जांचने की कोशिश की तो पाया कि ओटीपी संदेश उनके मोबाइल पर नहीं आ रहे थे। बैंक जाकर स्थिति स्पष्ट हुई कि उनके दोनों खातों से कुल 18.48 लाख रुपये गायब हो चुके हैं।
पीड़िता ने तुरंत साइबर क्राइम थाने में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। अधिकारियों का कहना है कि इस तरह के मामलों में नागरिकों को जागरूक रहना चाहिए और किसी भी स्थिति में ओटीपी साझा नहीं करना चाहिए।
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