
डिजिटल डेस्क। उत्तर प्रदेश के हापुड़ में मिशन शक्ति 5.0 अभियान के तहत जिले की महिलाओं और बालिकाओं को अब ड्राइविंग सीखने का सुनहरा अवसर मिलने जा रहा है। एकेपी पीजी कॉलेज में “ड्राइविंग माइ ड्रीम्स” नामक मेगा इवेंट की शुरुआत की गई है, जिसके तहत इच्छुक प्रतिभागियों को न्यूनतम एक माह का ड्राइविंग प्रशिक्षण दिया जाएगा। जरूरत पड़ने पर प्रशिक्षण की अवधि को बढ़ाया भी जा सकेगा।
शुक्रवार को कॉलेज परिसर में कार्यक्रम का आयोजन किया गया, जिसमें छात्राओं और महिलाओं को प्रशिक्षण से संबंधित विस्तृत जानकारी दी गई। इस मौके पर एआरटीओ प्रवर्तन रमेश कुमार चौबे और एआरटीओ प्रशासन छवि सिंह चौहान ने बताया कि परिवहन विभाग के सहयोग से जिला प्रशासन प्रशिक्षकों की टीम (जहां संभव हो, महिला प्रशिक्षक भी) तैयार करेगा। लक्ष्य है कि जिले की कम से कम 100 महिलाओं और बालिकाओं को प्रशिक्षण देकर उनका ड्राइविंग लाइसेंस बनवाया जाए।
एआरटीओ प्रशासन छवि सिंह चौहान ने कहा कि जो महिलाएं ड्राइविंग सीखना चाहती हैं, वे निर्धारित केंद्र पर पहुंचें। वहां उन्हें ऑनलाइन लर्निंग लाइसेंस बनाने में सहायता दी जाएगी और यहीं से उनका ड्राइविंग प्रशिक्षण भी शुरू होगा। हापुड़ जिले में इसके लिए एकेपी कॉलेज को केंद्र बनाया गया है।
अभियान के तहत न सिर्फ कॉलेज स्तर पर, बल्कि हर तहसील और ब्लॉक स्तर पर भी एक माह तक प्रशिक्षण कार्यक्रम चलाया जाएगा। इस पहल से महिलाओं व बालिकाओं को आत्मनिर्भर बनाने और सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूक करने का उद्देश्य रखा गया है।
कार्यक्रम के दौरान जिला प्रोबेशन अधिकारी स्मिता सिंह, आर्य कन्या महाविद्यालय के प्राचार्य व स्टाफ, वन स्टॉप सेंटर की प्रतिनिधि रविता चौहान और नेहा सहित बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रहीं। इस पहल के माध्यम से महिलाओं और बालिकाओं को न केवल ड्राइविंग का प्रशिक्षण मिलेगा, बल्कि आत्मनिर्भरता और सुरक्षित भविष्य की दिशा में एक नया कदम भी उठेगा।
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महिला कल्याण विभाग द्वारा मुख्यमंत्री बाल सेवा योजना, मुख्यमंत्री कन्या सुमंगला योजना और स्पॉन्सरशिप योजनाओं की जानकारी भी दी गई। साथ ही सुरक्षा से जुड़े हेल्पलाइन नंबर साझा किए गए, जिनमें 1090 (वूमेन पावर लाइन), 181 (महिला हेल्पलाइन), 1076 (मुख्यमंत्री हेल्पलाइन), 1098 (चाइल्डलाइन), 1930 (साइबर हेल्पलाइन), 101 (अग्निशमन सेवा) और 108 (एंबुलेंस सेवा) प्रमुख रहे।