
डिजिटल डेस्क। सात जन्मों तक साथ निभाने की कसमें खाने वाला रिश्ता आखिरकार खाने के स्वाद में उलझकर टूट गया। मेरठ के परतापुर थाना क्षेत्र की स्वीटी और दिल्ली के शाहदरा निवासी कमल ने चार साल पहले शादी की थी। लेकिन अब दोनों ने आपसी सहमति से तलाक लेकर अपनी राहें अलग कर ली हैं।
शादी के कुछ समय बाद ही कमल और स्वीटी के बीच विवाद शुरू हो गए। कमल का आरोप था कि पत्नी स्वादिष्ट और चटपटा खाना नहीं बनाती, जबकि स्वीटी का कहना था कि पति उसके बनाए खाने की कभी तारीफ नहीं करता। धीरे-धीरे यही बहस रोजाना के झगड़ों में बदल गई।
स्वीटी के मायके वालों ने कई बार सुलह की कोशिश की, लेकिन झगड़े थमने के बजाय बढ़ते गए। स्वीटी ने आरोप लगाया कि कमल ने उसे कई बार मारा-पीटा, जिससे वह मानसिक रूप से भी टूट गई। इस बीच वह गर्भवती भी हुई थी, लेकिन झगड़े और हिंसा के चलते उसका गर्भपात हो गया।
मामला परिवार परामर्श केंद्र तक पहुंचा, जहां तीन बार काउंसलिंग हुई। दो बार बातचीत के बावजूद समाधान नहीं निकला और तीसरी बैठक में दोनों ने तलाक का फैसला ले लिया।
शनिवार को दोनों परिवारों की मौजूदगी में पति-पत्नी ने एक-दूसरे का सामान लौटाकर अलग होने का निर्णय ले लिया। स्वीटी ने कहा कि उसके माता-पिता नहीं हैं और वह भाई-भाभी के साथ रहती है। उसने कहा, “कोर्ट के चक्कर लगाने से बेहतर है कि अब इस रिश्ते को खत्म कर दिया जाए।”
काउंसलिंग के दौरान दोनों ने एक-दूसरे पर गंभीर आरोप लगाए कमल ने कहा कि स्वीटी घरेलू जिम्मेदारियों में रुचि नहीं लेती, वहीं स्वीटी ने बताया कि पति हर छोटी बात पर गाली-गलौज और हिंसा करता था।
आखिरकार, स्वाद और शिकायतों के बीच यह रिश्ता टूट गया। परिवार परामर्श केंद्र के काउंसलर भी इस रिश्ते की गांठ नहीं सुलझा पाए। चार साल का वैवाहिक जीवन एक साधारण मगर गहराते मतभेद “खाना कैसा हो” की वजह से हमेशा के लिए खत्म हो गया।