वृंदावन खिचड़ी उत्सव: ठंड में भी उमड़ा आस्था का सैलाब, नाविक रूप में राधावल्लभलाल के किए दिव्य दर्शन
Vrindavan News: वृंदावन के श्रीराधावल्लभ मंदिर में चल रहा खिचड़ी उत्सव इन दिनों श्रद्धा, भक्ति और उल्लास का अद्भुत संगम बन गया है। कड़ाके की ठंड के बा ...और पढ़ें
Publish Date: Tue, 30 Dec 2025 04:15:45 PM (IST)Updated Date: Tue, 30 Dec 2025 04:15:45 PM (IST)
नाविक रूप में राधावल्लभलाल जी ने भक्तों को दिए दिव्य दर्शन।HighLights
- वृंदावन के श्रीराधावल्लभ मंदिर में चल रहा खिचड़ी उत्सव
- श्रद्धा, भक्ति और उल्लास का अद्भुत संगम बन गया है
- कड़ाके की ठंड के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था में कमी नहीं
डिजिटल डेस्क। वृंदावन के श्रीराधावल्लभ मंदिर में चल रहा खिचड़ी उत्सव इन दिनों श्रद्धा, भक्ति और उल्लास का अद्भुत संगम बन गया है। कड़ाके की ठंड के बावजूद श्रद्धालुओं की आस्था में कोई कमी नहीं दिखाई दे रही। सुबह छह बजे से ही मंदिर परिसर में भक्तों की भीड़ उमड़ने लगती है और पूरा वातावरण भक्ति-रस से सराबोर हो जाता है।
श्रीराधावल्लभ मंदिर की विशिष्ट पहचान है
तीन सौ वर्ष पुरानी परंपरा के अनुसार मनाया जाने वाला यह खिचड़ी उत्सव श्रीहित हरिवंश महाप्रभु द्वारा स्थापित श्रीराधावल्लभ मंदिर की विशिष्ट पहचान है। इस उत्सव में ठाकुर राधावल्लभलाल प्रतिदिन नए-नए विलक्षण रूपों में भक्तों को दर्शन देकर उन्हें भाव-विभोर कर देते हैं।
इन्हीं दिव्य दर्शनों की एक कड़ी में सोमवार को ठाकुरजी ने नाविक रूप धारण कर भक्तों को दर्शन दिए, जिसे देखकर श्रद्धालु आनंद और उल्लास से भर उठे।
भक्त मंदिर परिसर में ठहरकर पूर्ण आनंद ले रहे
खिचड़ी उत्सव का शुभारंभ प्रतिदिन प्रातः छह बजे सेवायतों द्वारा मधुर पदगायन के साथ होता है। इसके बाद सुबह सात बजे मंगला आरती के समय ठाकुरजी के दिव्य स्वरूप के दर्शन होते हैं।
बदलते स्वरूपों में भगवान के दर्शन करने की लालसा में देश के विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु वृंदावन पहुंच रहे हैं और कई भक्त मंदिर परिसर में ही ठहरकर उत्सव का पूर्ण आनंद ले रहे हैं।
सर्दी भी भक्तों की आस्था को डिगा नहीं पा रही
ठिठुरती सर्दी भी भक्तों की आस्था को डिगा नहीं पा रही। श्रद्धालु घंटों कतार में खड़े रहकर ठाकुर राधावल्लभलाल के दर्शन कर स्वयं को धन्य मानते हैं। खिचड़ी उत्सव न केवल एक धार्मिक आयोजन है, बल्कि यह वृंदावन की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक विरासत को भी जीवंत रूप में प्रस्तुत करता है।