डिजिटल डेस्क। आपको एस्टेरॉयड 2024 YR4 याद होगा, जिसका पहले अनुमान लगाया जा रहा था कि ये 2032 में धरती से टकरा सकता है, लेकिन अब वैज्ञानिकों का मानना है कि ये ऐस्टरॉइड धरती से नहीं, चांद से टकरा सकता है। अगर ऐसा हुआ, तो चांद पर बड़ा धमाका हो सकता है और उसके टुकड़े धरती की ओर आ सकते हैं, जो हमारे सैटेलाइट्स को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
इस एस्टेरॉयड की समय के साथ चांद से टकराने की संभावना बढ़ती जा रही है है। 18 जून तक के आँकड़ों के अनुसार, इसकी संभावना 4.3 प्रतिशत है। इसके बाद ऐस्टरॉइड कुछ सालों तक दूर चला गया है और 2028 में फिर दिखाई देगा। कनाडा की यूनिवर्सिटी ऑफ वेस्टर्न ओंटारियो के ऐस्ट्रोनॉमर पॉल वाइगर्ट ने चेतावनी दी है कि अगर ये चांद से टकराया, तो धरती के सैटेलाइट्स को बड़ा नुकसान हो सकता है।
उन्होंने बताया कि चांद से अगर कुछ भी उड़कर आए, तो बहुत थोड़ा ही धरती तक पहुंचेगा, क्योंकि धरती दूर और छोटी दिखाई देती है। लेकिन धरती की ग्रैविटी यानि गुरुत्वाकर्षण शक्ति उन टुकड़ों को अपनी ओर खींच सकती है।
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वाइगर्ट की टीम का कहना है कि अगर ऐसा हुआ, तो चांद पर एक किलोमीटर चौड़ा गड्ढा बन सकता है, शायद पिछले 5,000 सालों में यह सबसे बड़ा गड्ढा होगा। यह गड्ढा चांद के दूसरे पुराने गड्ढों से छोटा होगा, लेकिन इससे इतनी तेज रफ्तार में चट्टानों के टुकड़े अंतरिक्ष में उड़ सकते हैं जो धरती के सैटेलाइट्स के लिए खतरा बन सकते हैं।
10,000 बार की गई कंप्यूटर सिमुलेशन में दिखा कि ये टुकड़े सैटेलाइट्स को पूरी तरह नष्ट नहीं करेंगे, लेकिन उनमें गड़बड़ी ला सकते हैं। जैसे बिजली में झटके आना या सेंसर का गलत काम करना।
बता दें कि इस ऐस्टरॉइड को दिसंबर 2024 में चिली की एक टेलीस्कोप से खोजा गया था। पहले ऐसा लगा कि यह सीधा धरती की ओर आ रहा है और किसी शहर को पूरी तरह तबाह कर सकता है। लेकिन बाद की जांच से यह डर खत्म हो गया। अब नई गणनाओं से पता चला है कि यह चांद से टकरा सकता है।