
डिजिटल डेस्क। यूएई के अरबपति और अल हब्तूर ग्रुप के चेयरमैन शेख खलफ अल हब्तूर ने हाल ही में एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। उन्होंने बताया कि उन्होंने अपने बड़े बेटे मुहम्मद को सीधे ऊंचे पद पर बैठाने के बजाय, होटल में बर्तन धोने, वेटर का काम करने और ग्राहकों के बिस्तर लगाने जैसे 'ग्राउंड वर्क' से करियर शुरू करवाया। उनका मानना है कि सिर्फ डिग्री से करियर नहीं बनता, बल्कि वास्तविक अनुभव ही किसी को सफल मैनेजर और प्रोफेशनल बनाता है। इस खुलासे ने कारोबार जगत में अनुभव और शिक्षा के महत्व पर एक नई बहस छेड़ दी है।
शेख खलफ अल हब्तूर की संपत्ति करीब 1.35 लाख करोड़ रुपये है। अल हब्तूर ग्रुप होटल, रियल एस्टेट, ऑटोमोबाइल, शिक्षा और पब्लिशिंग जैसे विभिन्न क्षेत्रों में फैला हुआ है। अल हब्तूर का मानना है किडिग्री जरूरी है, लेकिन अनुभव उससे भी अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने जोर दिया कि असली मैनेजमेंट और काम साइट पर ही जाकर समझ आता है।
बता दें कि शेख खलफ अल हब्तूर 2023 में 489 करोड़ रुपये से अधिक का दान कर चुके हैं। उनका मानना है कि ग्राउंड वर्क सीखे बिना कोई भी सफल मैनेजर नहीं बन सकता। उन्होंने 'खलीज टाइम्स' को बताया कि होटल मैनेजमेंट की डिग्री हासिल करने के बावजूद उन्होंने अपने बेटे को पहले डायरेक्टर की कुर्सी पर नहीं बैठाया।
उनका तर्क है कि किताबें पढ़कर सिर्फ सैद्धांतिक ज्ञान मिलता है, लेकिन फील्ड में उतरने से मिलने वाली सीख ही किसी को वास्तविक प्रोफेशनल बनाती है। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि नौकरी का असली स्वाद और समझ जमीनी स्तर पर काम करने से ही आती है।