एजेंसी, नई दिल्ली: नेपाल में भड़की हिंसा (Nepal Crisis) का असर अब फ्रांस तक पहुंच गया है। राजधानी पेरिस (France Protest) में बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए। स्थिति तेजी से बिगड़ती चली गई और देखते ही देखते प्रदर्शनकारियों ने शहर की कई सड़कों को जाम कर दिया। आगजनी की घटनाओं ने हालात और भी गंभीर बना दिए।
प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच कई जगहों पर भिड़ंत देखने को मिली। भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने पड़े। इस दौरान पुलिस ने 200 से अधिक प्रदर्शनकारियों को हिरासत में ले लिया। इसके बावजूद माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है और प्रशासन अलर्ट पर है।
पेरिस की सड़कों पर जगह-जगह धुआं उठता दिखाई दिया और लोग खौफ के माहौल में घरों में सिमट गए। आगजनी और तोड़फोड़ की घटनाओं ने शहर की रफ्तार थाम दी है। नेपाल में हिंसा की आग बुझी भी नहीं थी कि पैरिस भी बवाल की चपेट में आ गया।
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पुलिस अधिकारियों के अनुसार, हालात को काबू में लाने के लिए भारी संख्या में सुरक्षा बल तैनात किए गए हैं। हालांकि, प्रदर्शनकारियों की संख्या को देखते हुए हालात पर पूरी तरह नियंत्रण पाना फिलहाल चुनौतीपूर्ण बना हुआ है। नेपाल से लेकर फ्रांस तक भड़की इस हिंसा ने अंतरराष्ट्रीय स्तर पर चिंता पैदा कर दी है। सवाल यह भी उठ रहे हैं कि आखिर यह असंतोष कब और कहां थमेगा।
प्रदर्शनकारियों ने पेरिस में सबकुछ बंद करने का एलान किया था। हालांकि, फ्रांस के आंतरिक मंत्री ब्रूनो रिटेलेउ के अनुसार, प्रदर्शनकारी अपने मनसूबों में नाकामयाब रहे हैं। सोशल मीडिया पर यह प्रदर्शन पहले शुरू हुआ। इसके बाद पेरिस में प्रदर्शनकारियों का जमावड़ा लग गया। इसके चलते 80,000 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को पेरिस में तैनात किया गया है। बैरिकेडिंग तोड़ने वाले प्रदर्शनकारियों को पुलिस ने तुरंत गिरफ्तार कर लिया।
प्रदर्शनकारियों ने फ्रांस के शहर रेन के पश्चिमी हिस्से में एक बस को आग के हवाले कर दिया गया है। इलाके की बिजली चली गई और ट्रेनों की आवाजाही भी बंद हो गई है। ये प्रदर्शनकारी फ्रांस में विद्रोह का माहौल बनाना चाहते हैं।
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