बुजुर्गों से लेकर बच्चों तक, अमेरिका ने एंट्री-एग्जिट के बदले नियम, भारतीयों पर पड़ेगा बड़ा असर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में अमेरिका ने विदेशी नागरिकों के प्रवेश और निकास (entry-exit) के नियमों में ऐतिहासिक बदलाव किए हैं। 26 दि ...और पढ़ें
Publish Date: Tue, 30 Dec 2025 05:07:38 PM (IST)Updated Date: Tue, 30 Dec 2025 05:07:38 PM (IST)
अमेरिका ने एंट्री-एग्जिट के बदले नियम। (AI जेनेरेटेड)HighLights
- अब अमेरिका जाना होगा और भी चुनौतीपूर्ण
- बच्चों-बुजुर्गों को भी देना होगा फेशियल डेटा
- नियमों के उल्लंघन पर लगेगा $5,000 जुर्माना
डिजिटल डेस्क। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में अमेरिका ने विदेशी नागरिकों के प्रवेश और निकास (entry-exit) के नियमों में ऐतिहासिक बदलाव किए हैं। 26 दिसंबर 2025 से प्रभावी हुए इन नए नियमों ने दशकों से चली आ रही कई छूटों को समाप्त कर दिया है। अब 14 साल से कम उम्र के बच्चों से लेकर 79 साल से अधिक उम्र के बुजुर्गों तक, सभी विदेशियों को अनिवार्य बायोमेट्रिक जांच से गुजरना होगा।
अमेरिका का नया सुरक्षा कवच: क्या है टीवीएस?
ट्रैवलर वेरिफिकेशन सर्विस (TVS) एक क्लाउड-आधारित फेशियल बायोमेट्रिक मैचिंग सेवा है, जिसे पहचान सत्यापन की प्रक्रिया को स्वचालित और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए तैयार किया गया है।
- कैसे काम करता है: यह तकनीक यात्री की लाइव फोटो को सरकार के पास पहले से मौजूद पासपोर्ट या वीजा फोटो के साथ मैच करती है।
- उद्देश्य: इसका मुख्य उद्देश्य वीजा धोखाधड़ी रोकना, अपराधियों और संदिग्ध आतंकवादियों की पहचान करना और उन लोगों को ट्रैक करना है जो वीजा अवधि खत्म होने के बाद भी अमेरिका में रुक जाते हैं।
- विस्तार: यह नियम केवल हवाई अड्डों तक सीमित नहीं है, बल्कि अब इसे समुद्री बंदरगाहों (सी-पोर्ट), पैदल सीमा चौकियों और निजी विमानों पर भी पूरी तरह लागू कर दिया गया है।
कौन-कौन से नए समूह आएंगे दायरे में?
अब तक अमेरिका में बच्चों और बुजुर्गों को अक्सर बायोमेट्रिक प्रक्रिया से छूट मिलती थी, लेकिन नई नीति ने "यूनिवर्सल" यानी सबके लिए अनिवार्य दृष्टिकोण अपनाया है।
- बच्चे और बुजुर्ग: 14 साल से कम और 79 साल से ज्यादा उम्र के सभी गैर-अमेरिकी नागरिक अब बायोमेट्रिक चेकिंग के दायरे में हैं।
- राजनयिक (Diplomats): डिप्लोमैटिक पासपोर्ट पर यात्रा करने वाले विदेशी अधिकारियों को भी अब अपनी बायोमेट्रिक जानकारी देनी होगी।
- ग्रीन कार्ड धारक: यह नियम स्थायी निवासियों (Green Card Holders) पर भी लागू होता है, जिन्हें अब यात्रा के दौरान कड़ी बायोमेट्रिक स्क्रीनिंग का सामना करना पड़ रहा है।
- कनाडा के नागरिक: अधिकांश कनाडाई आगंतुकों को मिलने वाली पारंपरिक छूट भी अब समाप्त कर दी गई है।
भारतीय यात्रियों पर सीधा असर
भारत वर्तमान में अमेरिका के लिए अंतरराष्ट्रीय पर्यटन का एक प्रमुख स्रोत बना हुआ है। साल 2025 के आंकड़ों के अनुसार, भारतीय यात्रियों की संख्या में भारी वृद्धि देखी गई है।
- दैनिक आगमन: 2025 में औसतन प्रतिदिन लगभग 4,000 भारतीय नागरिक अमेरिका पहुंचे हैं।
- सालाना आंकड़े: इस साल करीब 15 लाख भारतीय अमेरिका गए हैं। तुलनात्मक रूप से देखें तो 2024 में कुल 22 लाख भारतीयों ने अमेरिका की यात्रा की थी।
- वैश्विक रैंकिंग: अंतरराष्ट्रीय यात्रियों के मामले में भारत, ब्रिटेन के बाद दूसरे या तीसरे स्थान पर बना हुआ है।
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नियमों का उल्लंघन और डेटा गोपनीयता
नए नियमों के साथ दंड के प्रावधान भी सख्त किए गए हैं। यदि कोई विदेशी नागरिक बायोमेट्रिक डेटा देने से इनकार करता है, तो उसे भारी परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं।
- जुर्माना और प्रतिबंध: बायोमेट्रिक्स देने से इनकार करने पर $5,000 तक का नागरिक जुर्माना लग सकता है और यात्री को विमान में सवार होने या भविष्य में अमेरिका में प्रवेश करने से रोका जा सकता है।
- डेटा रिटेंशन: विदेशी नागरिकों की ये तस्वीरें और बायोमेट्रिक डेटा अमेरिकी सरकारी सिस्टम में 75 वर्षों तक सुरक्षित रखा जाएगा। अमेरिकी नागरिकों की तस्वीरों को पहचान सत्यापन के 12 घंटों के भीतर हटा दिया जाता है।