डिजिटल डेस्क, नईदिल्ली: नेपाल और फ्रांस के बाद अब पेरू में भी जेनरेशन जेड (France Gen-Z Protest) ने सड़कों पर उतरकर सरकार के खिलाफ विद्रोह छेड़ दिया है। राजधानी लीमा में हुए इस बड़े विरोध प्रदर्शन में भ्रष्टाचार, अपराध और हालिया पेंशन सुधारों को लेकर आक्रोश साफ दिखा। पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच संघर्ष में हालात तनावपूर्ण हो गए। कार्यकारी और कांग्रेस भवन तक पहुंचने की कोशिश में पुलिस ने आंसू गैस का इस्तेमाल किया, जबकि प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी की। पत्थरबाजी और आंसू गैस के बीच कई अधिकारी घायल हुए।
फ्रांस24 की रिपोर्ट के अनुसार, प्रदर्शनकारियों का कहना है कि लोकतंत्र लगातार कमजोर हो रहा है और आम जनता के लिए हालात कठिन बनते जा रहे हैं। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “आज लोकतंत्र पहले से कम है। यह और भी बदतर होता जा रहा है। डर और जबरन वसूली के चलते हालात बिगड़ रहे हैं।” वहीं, दूसरे प्रदर्शनकारी का कहना था कि कांग्रेस ने अपनी विश्वसनीयता खो दी है क्योंकि उसके पास जनादेश नहीं है।
करीब 500 लोग इस विरोध में शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने कार्यकारी और कांग्रेस भवन तक पहुंचने की कोशिश की, जिसके बाद हालात बिगड़ गए। पुलिस ने भीड़ को रोकने के लिए आंसू गैस का सहारा लिया। दूसरी ओर, प्रदर्शनकारियों की ओर से पत्थर फेंके गए। इस संघर्ष में कम से कम तीन पुलिस अधिकारी घायल हो गए।
जानकारी के अनुसार, इस सप्ताह पारित एक नए विधानमंडल के तहत युवा वयस्कों को निजी पेंशन फंड में शामिल होना अनिवार्य कर दिया गया है। इसका विरोध तेज़ी से बढ़ रहा है क्योंकि युवाओं का कहना है कि उन्हें अस्थिर और असुरक्षित कार्य वातावरण का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे हालात में पेंशन सुधार उनके लिए नुकसानदेह साबित होंगे।
पेरू में पहले से ही सामाजिक अशांति की लहर चल रही है और राष्ट्रपति दीना बोलुआर्टे की सरकार लगातार विपक्ष और जनता के निशाने पर है। जेनरेशन जेड समूह का यह विरोध अब देशभर में चर्चा का विषय बन गया है।