हमास झुका, इजरायल से समझौते पर राजी; युद्धविराम और बंधकों की रिहाई का दिया प्रस्ताव
गाजा पर कब्जे की इजरायली तैयारी के दबाव के बीच हमास ने आखिरकार समझौते का प्रस्ताव रखा है। फलस्तीनी संगठन ने 60 दिन के युद्धविराम की पेशकश की है और आधे बंधकों को छोड़ने पर भी हामी भरी है।
Publish Date: Tue, 19 Aug 2025 12:58:49 AM (IST)
Updated Date: Tue, 19 Aug 2025 12:58:49 AM (IST)
इजरायली दबाव के आगे झुका हमास,समझौते का प्रस्ताव रखाHighLights
- हमास ने आखिरकार समझौते का प्रस्ताव रखा है
- फलस्तीनी संगठन ने 60 दिन के युद्धविराम की पेशकश की है
- इसके बदले इजरायल से जेलों में बंद कुछ फलस्तीनियों की रिहाई की मांग की गई है
एजेंसी,नई दिल्ली। गाजा पर कब्जे की इजरायली तैयारी के दबाव के बीच हमास ने आखिरकार समझौते का प्रस्ताव रखा है। फलस्तीनी संगठन ने 60 दिन के युद्धविराम की पेशकश की है और आधे बंधकों को छोड़ने पर भी हामी भरी है। इसके बदले इजरायल से जेलों में बंद कुछ फलस्तीनियों की रिहाई की मांग की गई है।
इजरायली मीडिया ने इस प्रस्ताव की पुष्टि की है, हालांकि सरकार की तरफ से कोई आधिकारिक बयान नहीं आया। प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कहा कि उन्हें भी मीडिया से जानकारी मिली है और इससे साफ है कि हमास गहरे दबाव में है।
मिस्त्र के सूत्रों के अनुसार यह समझौता अमेरिका के विशेष दूत स्टीव विटकोफ की पूर्व योजना के अनुरूप है, जिसे इजरायल पहले ही स्वीकार कर चुका है। काहिरा में हमास प्रतिनिधियों, कतर के प्रधानमंत्री अब्दुलरहमान अल थानी और मिस्र के राष्ट्रपति अल सीसी के साथ मध्यस्थों की बैठक में नए प्रस्ताव पर चर्चा हुई।
गाजा से पलायन तेज
इजरायल के जमीनी हमले के डर से हजारों फलस्तीनी गाजा सिटी के पूर्वी हिस्सों को छोड़कर पश्चिम और दक्षिण की ओर भाग रहे हैं। बेत लाहिया आश्रय प्रबंधक अहमद महेसेन ने बताया कि हाल ही में 995 परिवार दक्षिण की ओर पलायन कर गए।
फलस्तीनी स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि ताजा इजरायली हमलों में 60 लोगों की मौत हुई है। अब तक 22 महीने के युद्ध में 62,000 से ज्यादा फलस्तीनी मारे जा चुके हैं। सोमवार सुबह सहायता लेने की कोशिश में सात लोगों की मौत हुई, जबकि 24 घंटे में कुपोषण और भूख से पांच और नागरिकों की जान चली गई। 7 अक्टूबर 2023 से अब तक भूख से मरने वालों की संख्या 263 हो चुकी है, जिनमें 112 बच्चे भी शामिल हैं।
ऑस्ट्रेलियाई राजनयिकों पर कार्रवाई
इजरायल के विदेश मंत्री ने फलस्तीनी प्राधिकरण में तैनात ऑस्ट्रेलियाई राजनयिकों के वीजा रद्द कर दिए। यह कदम ऑस्ट्रेलिया द्वारा फलस्तीनी राज्य को मान्यता देने और एक इजरायली सांसद का वीजा निरस्त करने के बाद उठाया गया।