
डिजिटल डेस्क। आज के डिजिटल युग में गेमिंग का नशा किस कदर इंसान पर हावी हो सकता है, इसका एक खौफनाक उदाहरण चीन के जिलिन प्रांत से सामने आया है। चांगचुन शहर के एक ईस्पोर्ट्स होटल (eSports Hotel) में एक शख्स पिछले दो साल से एक कमरे के भीतर बंद था। जब 12 दिसंबर 2025 को उसने कमरा खाली किया, तो नजारा किसी लग्जरी होटल जैसा नहीं, बल्कि एक बदबूदार कूड़ाघर जैसा था।
होटल स्टाफ जब सफाई के लिए कमरे में दाखिल हुआ, तो उनकी चीख निकल गई। कमरे में फर्श नजर ही नहीं आ रहा था; हर तरफ खाली बोतलें, खाने के सड़े हुए रैपर और प्लास्टिक का अंबार लगा था। कूड़े का ढेर इतना ऊंचा हो चुका था कि कमरे में रखी महंगी गेमिंग कुर्सियाँ और मेज पूरी तरह मलबे में दब चुके थे। बेडरूम के कोनों में लगभग तीन फीट तक कचरा जमा था और वॉशरूम की हालत ऐसी थी कि वहां खड़ा होना भी नामुमकिन था।
होटल के कर्मचारियों ने एक चौंकाने वाला खुलासा करते हुए बताया कि उन्होंने पिछले दो साल में कभी उस शख्स का चेहरा तक नहीं देखा। ईस्पोर्ट्स होटल होने के कारण वहां हाई-स्पीड इंटरनेट और गेमिंग सेटअप की पूरी सुविधा थी, जिसका फायदा उठाकर वह शख्स शायद ही कभी कमरे से बाहर निकला। खाना और अन्य जरूरी सामान संभवतः डोर-स्टेप डिलीवरी के जरिए मंगाया जाता था, लेकिन कचरा बाहर निकालने के बजाय उसने कमरे के भीतर ही जमा करना शुरू कर दिया।
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इस 'कचरा घर' का वीडियो अब इंटरनेट पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो में दिख रहा है कि कैसे एक लग्जरी गेमिंग रूम को महज 730 दिनों में नरक बना दिया गया। लोग इस घटना को 'डिजिटल आइसोलेशन' और 'गेमिंग एडिक्शन' का चरम स्तर मान रहे हैं।
चीन में ईस्पोर्ट्स होटल काफी लोकप्रिय हैं। ये विशेष रूप से गेमर्स के लिए बनाए जाते हैं, जहां हाई-एंड कंप्यूटर, आरामदायक एर्गोनॉमिक कुर्सियां और प्राइवेट स्पेस दिया जाता है। लेकिन इस घटना ने इन होटलों की निगरानी और मेहमानों के मानसिक स्वास्थ्य पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।