एजेंसी, तेल अवीव/वाशिंगटन। इजरायल और हमास के बीच जंग जारी है। इजरायल का साफ कर दिया है कि जब तक हमास के खात्मा नहीं हो जाता, यह लड़ाई जारी रहेगी। इस बीच, अमेरिका ने संयुक्त राष्ट्र में स्पष्ट कर दिया है कि आतंकवाद किसी भी रूप में हो, बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए।
अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में कहा कि हर आतंकी हमला 'गैरकानूनी और अनुचित' हैं, चाहे वो 'नैरोबी या बाली, इस्तांबुल या मुंबई, न्यूयॉर्क या किबुत्ज़ बेरी हो।
हम किसी भी राष्ट्र के अपनी रक्षा करने और ऐसी भयावहता को दोहराने से रोकने के लिए कदम उठाने से नहीं रोक सकते हैं। इस परिषद का कोई भी सदस्य देश अपने लोगों की हत्याएं बर्दाश्त नहीं कर सकता है। आतंकवाद को हराने में हममें से हर किसी की हिस्सेदारी है, हममें से हर किसी की जिम्मेदारी है। - एंटनी ब्लिंकन
संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में पाकिस्तान ने आतंकवाद को सही ठहराने की कोशिश की है। पाकिस्तान के स्थायी प्रतिनिधि मुनीर अकरम ने कहा कि पाकिस्तान आतंकवाद के सभी रूपों की निंदा करता है, लेकिन लोग विदेशी कब्जे से अपना हक पाने के लिए संघर्ष कर रहे हैं, उनकी तुलना आतंकवाद से नहीं की जा सकती है।' उन्होंने अमेरिका और अन्य देशों की भी आलोचना की, जिन्होंने आतंकवाद के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। मुनीर अकरम ने लगे हाथ कश्मीर का मुद्दा भी उठा दिया।
पाकिस्तान के बयान पर भारत के उप स्थायी प्रतिनिधि आर. रवींद्र ने जवाब दिया और कहा, “एक प्रतिनिधिमंडल द्वारा भारत के केंद्र शासित प्रदेश का जिक्र करते हुए आदतन प्रकृति की टिप्पणी की गई है, जो मेरे देश के अभिन्न अंग हैं। मैं इन बयानों को अवमानना की दृष्टि से देखूंगा और उनका सम्मान नहीं करूंगा।''
एंटनी ब्लिंकन ने यह भी कहा कि जो देश आतंकवाद का समर्थन कर रहे हैं या फंडिंग कर रहे हैं, उन्हें अवश्य जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। बता दें, भारत में मुंबई आतंकी हमले में पाकिस्तान में बैठे आतंकियों का हाथ स्पष्ट हुआ है।
अमेरिका ने मंगलवार को संयुक्त राष्ट्र से कहा कि वह ईरान के साथ संघर्ष नहीं चाहता है, लेकिन एंटनी ब्लिंकन ने चेतावनी दी कि अगर ईरान या उसके प्रतिनिधि कहीं भी अमेरिका के लोगों या संस्थाओं पर हमला करते हैं तो वाशिंगटन तेजी से और निर्णायक कार्रवाई करेगा।