
डिजिटल डेस्क: अमेरिका के खुफिया एजेंसी CIA के पूर्व अधिकारी के खुलासों से पाकिस्तान बौखलाया हुआ है। पाकिस्तान की जनता और यहां तक कि पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने पत्र भेजकर माफी मांगने के लिए कहा है। हालांकि पूर्व सीआईए अधिकारी जॉन किरियाकू की ओर से ऐसा कुछ नहीं किया गया है।
जॉन किरियाकू ने बड़ा दावा किया है कि पाकिस्तान के इमरान खान की पार्टी पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (PTI) ने भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के दौरान उनसे जबरन माफी मांगवाने की कोशिश की थी। PTI की ओर से जारी पत्र का किरियाकू ने जवाब दिया था, जिसकी भाषा बेहद तंज भरी थी। जिसका उन्हें कोई जवाब नहीं मिला।
दरअसल, जॉन किरियाकू ने अक्टूबर में ANI को दिए अपने एक इंटरव्यू में पाकिस्तान को लेकर कई खुलासे किए थे। इसी इंटरव्यू में किरियाकू ने कहा था कि अगर भारत-पाकिस्तान के बीच पारंपरिक युद्ध होने पर पाकिस्तान हार जाएगा। हालांकि उन्होंने यह भी कहा था कि युद्ध से किसी का फायदा नहीं होगा।
किरियाकू के इसी बयान के बाद पाकिस्तान बौखला गया है। पाकिस्तानी आवाम की ओर से उन्हें ऑनलाइन गालियां दी गई। इतना ही नहीं उन्हें जान से मारने की धमकियां भी मिली। इन घटनाओं को लेकर किरियाकू का कहना है कि उन्होंने सिर्फ इतना कहा था कि भारत की आबादी पाकिस्तान से पांच गुना ज्यादा है, इसलिए पारंपरिक युद्ध में पाकिस्तान को नुकसान होगा। लेकिन उसके बाद उन्हें अनगिनत धमकियां मिली।
इस बयान के बाद ही इमरान खान की पार्टी PTI की ओर से पत्र भेजकर कड़े शब्दों में इसकी निंदा की गई थी। उन्हें PTI और पाकिस्तान की जनता से माफी मांगने के लिए कहा गया था। किरियाकू ने बताया कि यह पत्र उन्हें पार्टी के अध्यक्ष की ओर से आया था। पूर्व सीआईए अधिकारी का कहना है कि इन घटनाओं के बाद उनके वकील ने उन्हें सुरक्षा लेकर सावधान रहने और लो प्रोफाइल रहने की सलाह दी थी। हालांकि किरियाकू ने पीटीआई के पत्र का बेहद तंज भरी भाषा में जवाब दिया था।
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बता दें कि जॉन किरियाकू इससे पहले भी विवादों में रह चुके हैं। उन्होंने साल 2007 में CIA के टॉर्चर प्रोग्राम का खुलासा किया था। जिसके बाद उन्हें 23 महीनों तक जेल में रहना पड़ा था। हालांकि बाद में उन पर से आरोप हटा लिए गए थे। जॉन किरियाकू CIA में करीब 15 साल रहे और 9/11 के बाद कई अहम आतंकवाक-रोधी ऑपरेशनों का हिस्सा रहे।