एजेंसी, नई दिल्ली। फ्रांस की राजधानी पेरिस और आसपास की नौ मस्जिदों के बाहर सुअरों के सिर पाए गए हैं। इनमें से पांच सिरों पर फ्रेंच राष्ट्रपति इमैन्युएल मैक्रों का नाम लिखा हुआ था। फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि इस घटना के पीछे कौन लोग हैं, लेकिन अधिकारियों ने मुस्लिम समुदाय को पूरी सुरक्षा देने का आश्वासन दिया है।
फ्रांस में लगभग 60 लाख मुसलमान रहते हैं, जिसे यूरोप की सबसे बड़ी मुस्लिम आबादी माना जाता है। हाल के दिनों में यहां मुस्लिम विरोधी माहौल तेजी से बढ़ रहा है।
वित्तीय और राजनीतिक संकट से जूझ रहा फ्रांस
आंतरिक मंत्री ब्रूनो रिटैलियू ने कहा कि अशांति फैलाने में बाहरी ताकतों की भूमिका हो सकती है। हालांकि उन्होंने सीधे नाम नहीं लिया, लेकिन उनका इशारा रूस की ओर था, जो पहले भी फ्रांस में अस्थिरता फैलाने की कोशिश कर चुका है।
गौरतलब है कि मई में पेरिस में सिनेगाग और होलोकास्ट मेमोरियल पर हरा रंग लगाने के मामले में तीन सर्बियाई नागरिकों को गिरफ्तार किया गया था। पेरिस की एक मस्जिद के अध्यक्ष अलीम बुराही ने इसे बेहद निराशाजनक और विनाशकारी बताया।
नस्लभेद पर रिपोर्ट
फ्रांस के मानवाधिकार आयोग की रिपोर्ट में दावा किया गया है कि देश में नस्लभेद लगातार बढ़ रहा है। आंतरिक मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, जनवरी से जून 2025 के बीच मुस्लिम विरोधी 181 घटनाएं दर्ज की गईं, जो 2024 की तुलना में 81 प्रतिशत अधिक हैं।