रूस के पास तैनात होंगी अमेरिकी परमाणु पनडुब्बियां! दोनों देशों के बीच बढ़ सकता है तनाव
रूस और अमेरिका के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि अमेरिका रूस के पास दो परमाणु पनडुब्बियां तैनात करेगा।
Publish Date: Sat, 02 Aug 2025 03:36:57 AM (IST)
Updated Date: Sat, 02 Aug 2025 07:16:21 AM (IST)
धमकी के बाद ट्रंप ने रूस के पास दो परमाणु पनडुब्बियां तैनात करने का आदेश दिया।HighLights
- मेदवेदेव की धमकी के बाद ट्रंप ने रूस के पास दो परमाणु पनडुब्बियां तैनात करने का आदेश दिया।
- ट्रंप बोले- भड़काऊ बयान गंभीर नतीजे दे सकते हैं, उम्मीद है ऐसा नहीं होगा।
- यूक्रेन युद्ध पर ट्रंप ने रूस को 10 दिन का अल्टीमेटम दिया था, मेदवेदेव ने दी चेतावनी।
एजेंसी टोरंटो। रूस और अमेरिका के बीच तनाव एक बार फिर बढ़ गया है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा है कि(Trump nuclear submarine order) अमेरिका रूस के पास दो परमाणु पनडुब्बियां तैनात(US deploys subs near Russia) करेगा। यह निर्णय रूस के पूर्व राष्ट्रपति और वर्तमान में सुरक्षा परिषद के उपाध्यक्ष दिमित्री मेदवेदेव की धमकियों के जवाब में लिया गया है।
ट्रंप ने क्या कहा?
ट्रंप ने मेदवेदेव के बयानों को “बेहद भड़काऊ” बताया। शुक्रवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रुथ सोशल पर पोस्ट करते हुए ट्रंप ने लिखा, “मैंने दो परमाणु पनडुब्बियों की तैनाती का आदेश दिया है, क्योंकि हो सकता है ये बयान सिर्फ शब्दों तक सीमित न हों। शब्दों का असर बड़ा होता है और ये अक्सर अनपेक्षित परिणाम दे सकते हैं। मुझे उम्मीद है कि यह उन मामलों में से एक नहीं होगा।” इस बयान से साफ है कि अमेरिका रूस की किसी भी आक्रामक कार्रवाई को लेकर सतर्क है।
पृष्ठभूमि: क्यों बढ़ी तनातनी?
हाल ही में ट्रंप ने रूस को 10 दिनों का अल्टीमेटम दिया था कि वह यूक्रेन में युद्धविराम पर सहमत हो जाए, अन्यथा रूस और उसके तेल खरीदारों को भारी टैरिफ का सामना करना पड़ेगा।
इस अल्टीमेटम के जवाब में मेदवेदेव ने एक्स (पूर्व ट्विटर)पर लिखा कि ट्रंप अल्टीमेटम देकर “खतरनाक खेल” खेल रहे हैं। उन्होंने कहा,“रूस के पास सोवियत काल से परमाणु हमले की क्षमता है। ट्रंप को यह समझना चाहिए कि रूस न तो इजरायल है और न ही ईरान। हर नया अल्टीमेटम युद्ध की तरफ बढ़ता कदम है।”
विशेषज्ञ क्या कह रहे हैं?
रूस और अमेरिका के बीच यह बयानबाजी ऐसे समय हो रही है जब यूक्रेन युद्ध का हल निकलता नहीं दिख रहा। विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिकी परमाणु पनडुब्बियों की तैनाती से तनाव और बढ़ सकता है। अमेरिका का यह कदम रूस को कड़ा संदेश देने के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय मंच पर अपनी सैन्य ताकत दिखाने की रणनीति भी माना जा रहा है।