- उद्यानिकी विभाग की यंत्रीकरण योजना में हुआ है घोटाला
भोपाल। नवदुनिया प्रतिनिधि
उद्यानिकी विभाग की यंत्रीकरण योजना में हुए सौ करोड़ के घोटाले की शुरुआती जांच के बाद एमपी एग्रो के एमडी और आइएएस अधिकारी श्रीकांत बनोठ ने आगे की जांच करने से इन्कार कर दिया है, उनका मानना है कि घोटाला बहुत बड़ा है और इसके तार पूरे प्रदेश से जुड़े हैं। लिहाजा इसकी जांच ईओडब्ल्यू (आर्थिक अपराध प्रकोष्ठ) से कराना होगी। इसे लेकर ईओडब्ल्यू और उद्यानिकी विभाग के आला अधिकारियों के बीच चर्चा भी हो चुकी है। अब जल्द ईओडब्ल्यू इस मामले में जांच शुरू कर सकती है। वहीं उद्यानिकी संचालनालय ने करीब एक महीने बाद उज्जैन लोकायुक्त को इस मामले में जानकारी भेज दी है। उज्जैन लोकायुक्त जल्द ही मामले में एफआइआर दर्ज कर सकती है।
ज्ञात हो कि उद्यानिकी विभाग को केंद्र सरकार से यंत्रीकरण योजना के तहत सौ करोड़ रुपये की राशि मिली थी। यह राशि किसानों के खाते में जानी थी, लेकिन तत्कालीन मंत्री सचिन यादव और इस योजना के नोडल अधिकारी राजेन्द्र राजौरिया ने नियम बदलकर इस राशि को कंपनी के खाते में दे दिया। इसके अलावा अमानक स्तर के चाइनीज उपकरण किसानों को दिए। कई किसानों को तो फोटो और कागजों में ही उपकरण दिए। हकीकत में उपकरण नहीं मिले। इस शिकायत की जांच उद्यानिकी विभाग ने अपने उपक्रम एमपी एग्रो के एमडी बनोठ को दी थी। शुरुआती जांच में कई अनियमितताएं सामने आई हैं, जिसकी रिपोर्ट उन्होंने उद्यानिकी विभाग के आला अधिकारियों को भेज दी है। उनका कहना है कि जो शुरुआती जांच में पाया है उसकी रिपोर्ट विभाग को भेज दी है। इससे ज्यादा वे कुछ नहीं कह सकते।
लोकायुक्त पुलिस को भेजी जानकारी
इस योजना के तहत मंदसौर में भी घोटाला हुआ है। यहां किसानों को सिर्फ फोटो और कागजों में ही कृषि उपकरण दिए हैं। किसान ने लोकायुक्त पुलिस को दिए बयान में बताया कि कंपनी के लोग और विभाग के अधिकारी आए थे। उपकरण के साथ उनकी फोटो ली और उपकरण वापस ले गए। इस संबंध में लोकायुक्त पुलिस ने उद्यानिकी संचालनालय से जानकारी मांगी थी। करीब एक महीने बाद संचालनालय ने रविवार को अवकाश होने के बावजूद दफ्तर खोलकर जानकारी तैयार कर लोकायुक्त मुख्यालय को भेज दी है। जानकारी लोकायुक्त पुलिस उज्जैन भेजी जा रही है। मामले में वहां जल्द एफआइआर दर्ज होगी। पूरे मामले में लोकायुक्त पुलिस ने उपकरण देने वाली किसान एग्रोटेक कंपनी के संचालक जिग्नेश पटेल को नोटिस देकर गुरुवार को तलब किया है। पटेल से पूछताछ में पता चलेगा कि मामले में कौन कौन अधिकारी शामिल थे।