
प्रदेश के 30 हजार छोटे उद्यमी और कारोबारियों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा कैट-0
- दीपावली तक कारोबारियों को सजावटी सामान, दीये बनाने के लिए प्रेरित करने का लक्ष्य
भोपाल। नवदुनिया प्रतिनिधि
कॉन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) मध्यप्रदेश के करीब 30 हजार छोटे उद्यमी एवं कारोबारियों को आत्मनिर्भर बनाने में मदद करेगा। इसके लिए कारोबारियों के 185 समूहों की पहचान की गई है, जो पूजा में इस्तेमाल होने वाली सामग्री व घर-दुकानों को सजाने का सामान बनाते हैं। इनके सामान की बिक्री के लिए बाजार उपलब्ध कराने के साथ लोगों को इसे खरीदने के लिए प्रेरित भी किया जाएगा।
इस वर्ष हिंदुस्तानी दीपावली
चीन-भारत सीमा विवाद के चलते लोग चीनी वस्तुओं का बहिष्कार कर रहे हैं। व्यापारी भी चीनी सामान बेचने के पक्ष में नहीं हैं, इसलिए बाजार से कई चीनी वस्तुएं गायब जैसी हो गई हैं। इसकी जगह दुकानदार अब देश में निर्मित वस्तुएं बेचने लगे हैं। कैट का मानना है कि लोगों में स्वदेशी वस्तुओं के प्रति जागरूकता बढ़ी है। कैट प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र जैन के अनुसार कैट के साथ दूसरे व्यापारिक संगठनों ने भी चीनी वस्तुओं के बहिष्कार का फैसला लिया है। इसलिए इस वर्ष दीपावली को हिंदुस्तानी दीपावली के रूप में मनाने का आह्वान किया है। राष्ट्रीय स्तर पर कैट ने पूजा एवं सजावट में इस्तेमाल होने वाले भारतीय सामानों का अधिक से अधिक उपयोग करने के लिए अभियान शुरू किया है।
185 समूहों की पहचान
कोषाध्यक्ष मनोज चौरसिया बताते हैं कि कैट ने प्रदेश के विभिन्न जिलों में मिट्टी व गोबर से निर्मित दीये, कलात्मक वंदनवार, शुभ-लाभ के चि-, झालर, लाइट आदि स्वदेशी सामान बनाने वाले 185 समूहों की पहचान की है। इनसे 30 हजार से अधिक कारोबारी व उद्यमी जुड़े हैं।
फैक्ट फाइल
05 लाख छोटे उद्यमी एवं कारोबारी हैं मप्र में
500 करोड़ रुपये का कारोबार होता है प्रदेश में दीपावली पर
30 हजार कारोबारी व उद्यमी कैट से सीधे तौर पर जुड़े
185 समूह में बांटकर वस्तुएं कराई जाएंगी तैयार
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- भारत-चीन सीमा विवाद ने मप्र के लाखों कारीगरों, शिल्पकारों की कला, सोच और काम करने की शक्ति को उभरने का मौका दिया है। कैट ऐसे उद्यमी-कारोबारियों की मदद करेगा, उनके सामान को बाजार में ले जाकर लोगों को इसे खरीदने के लिए प्रेरित करेंगे। इसके लिए राष्ट्रीय स्तर से अभियान भी शुरू किया है।
-भूपेंद्र जैन, अध्यक्ष कैट मप्र