शासकीय नौकरी के साथ करते रहे धर्म कर्म के काम
तर्पण तीरथ उपाध्याय और विनोद उपाध्याय के नाम से फोटो है। नौकरी के साथ सामाजिक धार्मिक गतिविधि में संलग्न रहना आसान नहीं होता। स्वर्गीय तीरथ प्रसाद उपाध्याय ने शासकीय नौकरी के साथ साथ धर्म कर्म के कामों में सक्रियता से शामिल रहे। शास्त्री की उपाधि ली थी साथ ही राजस्व विभाग में आर आई भी रहे। जुन्नाारदेव के वार्ड क्रमांक 7-8 स्थित काली मंदिर
By Nai Dunia News Network
Edited By: Nai Dunia News Network
Publish Date: Fri, 04 Sep 2020 04:14:49 AM (IST)
Updated Date: Fri, 04 Sep 2020 04:14:49 AM (IST)
तर्पण
तीरथ उपाध्याय और विनोद उपाध्याय के नाम से फोटो है।
नौकरी के साथ सामाजिक धार्मिक गतिविधि में संलग्न रहना आसान नहीं होता। स्वर्गीय तीरथ प्रसाद उपाध्याय ने शासकीय नौकरी के साथ साथ धर्म कर्म के कामों में सक्रियता से शामिल रहे। शास्त्री की उपाधि ली थी साथ ही राजस्व विभाग में आर आई भी रहे। जुन्नाारदेव के वार्ड क्रमांक 7-8 स्थित काली मंदिर में उन्होंने यज्ञाचार्य की भूमिका निभाई। कई स्थानों में भागवत भी की। अब बड़े पुत्र विनोद उपाध्याय पितृ पक्ष में पितरों को तर्पण करते हैं, वे एलआईसी में कार्यरत हैं। पिता का अनुसरण करते हुए अब वे भी नगर में कई लोगों को निश्शुल्क कुंडली बनाने व ज्योतिषाचार्य की सेवा भी देते हैं।
विनोद उपाध्याय, पुत्र छिंदवाड़ा