
नईदुनिया, भिलाई (Illegal Bangladeshi in CG)। छत्तीसगढ़ में अवैध रूप रह रहे अप्रवासियों के धरपकड़ के लिए गठित स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) की टीम ने भिलाई में दो साल से नाम व पहचान छिपाकर रह रही बांग्लादेशी महिला पन्ना बीबी को गिरफ्तार किया है। बांग्लादेशी महिला पन्ना बीबी भिलाई में अंजलि सिंह उर्फ काकोली घोष के नाम से पहचान छिपाकर रह रही थी।
आधार कार्ड को एडिट कर फर्जी तरीके से दस्तावेज तैयार किए जिसका इलाज में उपयोग किया गया। बांग्लादेशी महिला के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 2023, विदेशी नागरिक विषयक अधिनियम 1946 एवं भारतीय पासपोर्ट अधिनियम 1920 के तहत कार्रवाई की गई है।

(पुलिस गिरफ्त में बांग्लादेशी नागरिक पन्ना बीबी l)
पुलिस ने बताया कि पन्ना बीबी लगभग आठ वर्ष पूर्व बिना वैध पासपोर्ट एवं वीजा के बांग्लादेश से बोन्गांव पेट्रोपोल जिला उत्तर 24 परगना, पश्चिम बंगाल स्थित भारत बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय बॉर्डर से अवैध रूप से भारत में आई थी। कोलकाता आकर अपना नाम काकोली घोष बता कर सोनागाछी में लगभग पांच वर्ष तक अवैध रूप से रही।
इसके बाद वह दिल्ली पहुंच गई। दिल्ली में एक वर्ष रही। दिल्ली में रहने के दौरान भिलाई निवासी पूजा नामक लड़की से परिचय होने के बाद उसके साथ भिलाई आकर विगत लगभग दो वर्षों से सुपेला नेहरू रोड स्थित सूरज साव के मकान में रह रही थी।
भिलाई में रहने के दौरान पन्ना बीबी द्वारा जसौर बोन्गांव पेट्रोपोल जिला- उत्तर 24 परगना स्थित भारत बांग्लादेश अंतरराष्ट्रीय बार्डर से कई बार बांग्लादेश स्थित अपने मूल निवास आना-जाना करना पाया गया। पुलिस ने पन्ना बीबी के मोबाइल फोन की भी जांच की है। जांच में पाया गया कि पन्ना बीबी द्वारा अपने मोबाइल फोन से बांग्लादेश के लगभग एक दर्जन से अधिक मोबाइल नंबरों से पिता, भाई, बहन एवं अन्य रिश्तेदारों से लगातार बात करना एवं संपर्क में रहना पाया गया।
पन्ना बीबी नेहरू चौक सुपेला स्थित सूरज साव के मकान में किराए से रह रही थी। मकान मालिक द्वारा भी किराएदार के संबंध में किसी प्रकार की कोई सूचना थाने में नहीं दी गई। उसने पहचान छिपाकर बांग्लादेशी महिला का सहयोग किया। इस मामले में मकान मालिक सूरज साव के विरुद्ध भी वैधानिक कार्यवाही की जा रही है।