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नईदुनिया न्यूज, बीजापुर। पश्चिम बस्तर डिवीजन में सुरक्षाबलों को बड़ी सफलता मिली है। भैरमगढ़, नैमेड और जांगला के सरहदी क्षेत्रों के कचीलवार–पोटेनार जंगलों में बुधवार और गुरुवार को चले संयुक्त अभियान में 18 माओवादी ढेर कर दिए गए। इनमें 9 महिला माओवादी भी शामिल हैं। मारे गए माओवादियों में पीएलजीए कंपनी क्रमांक 02 का कुख्यात कमांडर और 10 लाख रुपये का इनामी डीवीसीएम वेल्ला मोड़ियम भी शामिल है, जो कई बड़ी घटनाओं में वांछित था। 18 माओवादियों पर 1 करोड़ 30 लाख का इनाम है।
आइजी बस्तर सुंदरराज पी ने बताया कि गंगालूर व भैरमगढ़ क्षेत्र के माओवादियों का लगभग सफाया हो गया है। बचे हुए माओवादी जल्द आत्मसमर्पण करें अन्यथा पुलिस की कार्यवाही से नहीं बचेंगे। पुलिस को सूचना मिली थी कि पीएलजीए कंपनी क्रमांक 02 और प्लाटून 13 के कमांडर वेल्ला मोड़ियम, झितरू ओयाम, मोटू कवासी सहित 25 से 30 माओवादी पोटेनार और कचीलवार के जंगलों में मौजूद हैं। इसके आधार पर बीजापुर और दंतेवाड़ा की डीआरजी, एसटीएफ और कोबरा 210 की संयुक्त टीमें बड़े अभियान पर निकलीं। तीन दिसंबर की सुबह लगभग नौ बजे जंगलों में माओवादियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी। इसके बाद रुक-रुक कर चली मुठभेड़ अगले दिन सुबह आठ बजे तक जारी रही।
सर्चिंग के दौरान मुठभेड़ स्थल से 18 माओवादियों के शव बरामद हुए। इनमें पीएलजीए कंपनी क्रमांक 02 इंचार्ज डीवीसीएम वेल्ला मोड़ियम, साइपीसी रैनु ओयाम, डीवीसीएम सन्नू अवलम, पीपीसीएम नंदा मीड़ियम, पीपीसीएम लालू उर्फ सीताराम, पीपीसीएम राजू पूनेम, पीपीसीएम कामेश कवासी, पीपीसीएम लक्ष्मी ताती, पीपीसीएम बंडी माड़वी सहित कई वर्दीधारी कैडर शामिल हैं। दो अन्य मृतकों की पहचान प्रक्रिया जारी है।
मुठभेड़ स्थल से भारी मात्रा में हथियार और सामग्री बरामद की गई है, जिनमें एक एलएमजी, चार एके 47 रायफल, चार एसएलआर, एक इंसास रायफल, दो थ्री नाट थ्री रायफल, चार सिंगल नाट रायफल, दो बीजीएल लांचर, माउजर लोडिंग रायफल, ग्रेनेड, रेडियो सेट, स्कैनर, मेडिकल सामग्री, माओवादी वर्दी और साहित्य शामिल हैं।
अभियान में जहां सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली, वहीं डीआरजी बीजापुर के तीन जांबाज जवान बहादुरी से लड़ते हुए बलिदान हो गए। इनमें प्रधान आरक्षक मोहन बड़दी, आरक्षक दुकारूराम गोंडे और जवान रमेश सोढ़ी शामिल हैं। गुरुवार को बीजापुर मुख्यालय स्थित शहीद वाटिका में इन वीर जवानों को पूर्ण सम्मान के साथ अंतिम सलामी दी गई। इस दौरान बस्तर रेंज के पुलिस महानिरीक्षक सुंदरराज पी, दंतेवाड़ा रेंज के उप पुलिस महानिरीक्षक कमलोचन कश्यप, कलेक्टर संबित मिश्रा सहित कई वरिष्ठ अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे। शहीदों के पार्थिव शरीर सम्मानपूर्वक उनके गृह ग्राम रवाना किए गए।
पुलिस अधीक्षक डा. जितेंद्र कुमार यादव ने बताया कि वर्ष 2025 में जिले में अब तक 161 माओवादी मारे गए, 546 गिरफ्तार किए गए और 560 ने आत्मसमर्पण किया है। जनवरी 2024 से अब तक 219 माओवादी ढेर, 1049 गिरफ्तार और 790 ने समर्पण किया है। बस्तर रेंज में अब तक 469 माओवादी विभिन्न अभियानों में मारे गए हैं।
आइजी सुंदरराज पी ने कहा कि बस्तर में सुरक्षा बलों, प्रशासन और स्थानीय लोगों के मजबूत समन्वय से माओवादी संगठन अब पूरी तरह कमजोर पड़ चुका है। उन्होंने कहा कि लक्ष्य एक शांतिपूर्ण और माओवादी-मुक्त बस्तर है और मौजूदा परिस्थितियों में माओवादियों के सामने मुख्यधारा में लौटने के अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।
मुठभेड़ में घायल डीआरजी के एएसआइ जनार्दन कोरम, आरक्षक सोनदेव यादव और आरक्षक रामलू हेमला को हेलीकाप्टर से रायपुर भेजा गया। तीनों खतरे से बाहर हैं और उनका उपचार जारी है।