
नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर। बेलगहना चौकी क्षेत्र केंदा बंजारी घाट में गढ्ढों के कारण बस अनियंत्रित होकर पलट गई। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई, जबकि चार गंभीर रूप से घायल हुए। पुलिस ने घायलों को अस्पताल भेजकर यात्रियों को दूसरे वाहनों से गंतव्य तक रवाना किया। इधर देर रात बस में आग लग गई। सुबह बस मालिक की शिकायत पर पुलिस ने मामले की जांच शुरू की। जांच में मिले तथ्यों के आधार पर पुलिस ने बस के खलासी को गिरफ्तार किया है।
बेलगहना चौकी प्रभारी हेमंत सिंह ने बताया कि पेंड्रा से बिलासपुर के बीच चलने वाली दीप ट्रैवल्स की बस दो दिसंबर की रात यात्रियों को लेकर बिलासपुर आ रही थी। बस में करीब 25 यात्री थे। बस केंदा घाटी के बंजारी माता मंदिर के पास पहुंची थी, तभी सड़क पर गड्ढों के कारण बस अनियंत्रित होकर सड़क से उतरकर पलट गई। हादसे के बाद सवारियों में चीख-पुकार मच गई। सूचना पर पुलिस और डायल 112 की टीम मौके पर पहुंची। पुलिस ने घायलों को अस्पताल भेजा।
रतनपुर स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों ने यशपाल सिंह (19), सेमरी चौकी बेलगहना, को मृत घोषित कर शव चीरघर भेज दिया। तीन घायलों को सिम्स में रेफर किया गया।
बस में लगाई आग
बस मालिक ने यूपी के आजमगढ़ जिला अंतर्गत मेहनगर थाना क्षेत्र के देवकली निवासी खलासी शेरप्रताप सिंह (29) और दो कर्मचारियों को बस की सुरक्षा के लिए वहीं रहने को कहा। देर रात दो कर्मचारी गर्म कपड़े लेने गांव गए। इधर शेरप्रताप बस मालिक की कंजूसी से पहले से नाराज था। मौका देखकर उसने बस की सीट में आग लगा दी। इसके बाद वह घाटी के नीचे आ गया।
साथी कर्मचारी लौटे तो उसने अज्ञात लोगों द्वारा बस में आग लगाने की जानकारी दी। कर्मचारियों ने आग बुझाने की कोशिश की, पर बस पूरी तरह जल गई। कर्मचारियों ने इसकी जानकारी बस मालिक संदीप साहू को दी। संदीप ने घटना की शिकायत बेलगहना चौकी में की।
जांच में पता चला कि बस में कई बार आग लगने की घटनाएं हो चुकी हैं। प्राथमिक पूछताछ में शेरप्रताप गोलमोल जवाब दे रहा था। कड़ाई करने पर उसने बस मालिक की कंजूसी और रुपये देने में टालमटोल करने से नाराज होकर घटना को अंजाम देना बताया।
पुलिस को गुमराह करने बस बुझाते हुए बनवाया था वीडियो
आरोपित खलासी ने पहले भी बस में आग लगाने की कोशिश की थी। बस को आग लगाने के बाद उसने किसी से आग बुझाते हुए वीडियो भी बनवा लिया था। तब उसके साथी नहीं थे। उसने खुद के बचाव में वीडियो दिखाया, तभी पुलिस की शंका गहरा गई। कड़ाई करने पर उसने बताया कि आग भड़कने तक वह मौके पर था। बस पूरी तरह आग की चपेट में आने के बाद वहां से भागकर घाटी के नीचे आ गया था।
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