
नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर: शासन से मुआवजा पाने के लिए मृतक के स्वजन यहां तक जा सकते हैं, यह सोचा भी नहीं जा सकता। बिलासपुर में ऐसे मामले का खुलासा हुआ है, जहां मृतक के परिजनों ने सामान्य बीमारी से मौत के मामले को सांप काटने से मौत बताकर सरकार से मुआवजा लिया है। हालांकि इसकी जानकारी होते ही मामले में बिल्हा पुलिस ने दोबारा जांच शुरू की है। इसी के तहत शनिवार को कब्र खोदकर मृतक का शव निकलवाया गया। इसके बाद उसका दोबारा पोस्टमार्टम कराया गया है।
बता दें कि जिले के बिल्हा थाना क्षेत्र के पोड़ी निवासी शिवकुमार घृतलहरे (36) की मौत के मामले में यह कार्रवाई की गई है। पुलिस की जांच में स्वजनों का झूठ पकड़ा जा चुका है। जिसके बाद अपने बयान में स्वजन ने दस्तावेजों में छेड़छाड़ करने की बात स्वीकारी है। वहीं अब पुष्टि के लिए मामले की गहनता से जांच की जा रही है। पुलिस पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर और इससे जुड़े अन्य लोगों की भी जांच कर रही है।
बता दें कि शिवकुमार घृतलहरे की मौत के मामले में पुलिस ने शनिवार को शव को कब्र से निकालकर तहसीलदार की मौजूदगी में सिम्स में दोबारा पोस्टमार्टम करवाया। जिससे मौत के पीछे छिपी साजिश की परतें अब खुलने लगी। 12 नवंबर 2023 को शिवकुमार को उल्टी और झाग आने की शिकायत पर स्वजन बिल्हा सीएचसी ले गए थे। हालत बिगड़ने पर उसे सिम्स रेफर किया गया, जहां इलाज के दौरान 14 नवंबर को उनकी मौत हो गई। स्वजन ने दावा किया था कि शिवकुमार को सांप ने काटा था और पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी यही लिखा गया। लेकिन पुलिस जांच में पता चला कि शव के पैरों में कोई सांप काटने का निशान नहीं था।
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पुलिस की पूछताछ में स्वजन ने स्वीकार किया कि वकील कामता प्रसाद साहू की सलाह पर उन्होंने झूठ बोला, जिससे उन्हें सरकार से तीन लाख का मुआवजा मिल सके। इस साजिश में पोस्टमार्टम करने वाली डाक्टर प्रियंका सोनी, मृतक के पिता पराग दास घृतलहरे, मृतक का भाई हेमंत कुमार घृतलहरे पिता पराग दास (34) ग्राम पोडी थाना बिल्हा व मृतक की पत्नी नीता घृतलहरे पति स्व. शिवकुमार (35) निवासी पोड़ी थाना बिल्हा के खिलाफ धोखाधड़ी की धारा के तहत अपराध दर्ज किया गया है और जांच जारी है।
शनिवार को मामले में जांच के लिए कब्र से शव निकालकर पोस्टमार्टम कराया गया है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद पुलिस आगे की जांच करने की बात कह रही है। मृतक की पत्नी, पिता और भाई भी धोखाधड़ी की इस वारदात में शामिल रहे हैं। बिल्हा पुलिस ने पहले ही सभी आरोपितों पर धोखाधड़ी की धाराओं में केस दर्ज कर लिया है और अब मामले को आगे बढ़ाते हुए शव का दोबारा पोस्टमार्टम कराया है।
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बता दें कि कुछ दिनों पहले जिले में सामान्य बीमारी से मौत के मामलों को सांप काटने से मौत बताकर मुआवजा हासिल करने के मामलों का पर्दाफाश हुआ था। विधानसभा में भी इसे लेकर काफी हंगामेदार बहस हुई थी। इसके बाद जिला प्रशासन व पुलिस ने भी इन मामलों की जांच शुरू कर दी है। इसमें जांच में सामने आया था कि एक वकील के झांसे में आकर और मुआवजे के लालच में स्वजन इस तरह का काम कर रहे हैं। इसमें पोस्टमार्टम करने वाले डॉक्टर समेत कई अन्य स्टाफ का नाम भी सामने आया था। अब इसी सिलसिले में पुलिस ने बयान दर्ज कर असलियत जानना शुरू किया है।