
नईदुनिया प्रतिनिधि, बिलासपुर: बिलासपुर के पास मंगलवार को हुए ट्रेन हादसे में 11 लोगों की मौत हो गई है और 25 लोग घायल हैं। घायलों में एक 2 साल का मासूम बच्चा भी शामिल है, जिसका इलाज जारी है और उसके पिता की मौत हो चुकी है। हादसे को लेकर रेलवे बोर्ड की ओर से बयान जारी किया गया है, जिसमें दुर्घटना के कारण की जानकारी दी गई है।
रेलवे की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि दुर्घटना इसलिए हुई क्योंकि ऐसा लग रहा था कि पैसेंजन ट्रेन ने रेड सिग्नल पार कर लिया था। रेलवे के अधिकारियों की ओर से घटना की पूरी जानकारी दी गई, जिसमें बताया कोरबा से बिलासपुर जा रही DEMU मंगलवार शाम करीब 4 बजे ट्रेन ट्रेक पर खड़ी मालगाड़ी से टकारा गई।
रेलवे ने अपनी प्रेस विज्ञप्ति में बताया है, "रेलवे अधिकारियों के प्रारंभिक आकलन के अनुसार, डेमू (डीजल इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन द्वारा खतरे में सिग्नल पार करना दुर्घटना का कारण प्रतीत होता है।"
रेलवे ने बयान में कहा, "बिलासपुर रेलवे स्टेशन के पास एक मालगाड़ी और DEMU लोकल ट्रेन के बीच टक्कर की एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना हुई। रेलवे प्रशासन ने युद्धस्तर पर राहत और बचाव कार्य शुरू करने के लिए त्वरित कार्रवाई की है।"
बता दें कि रेलवे की ओर से जारी आधिकारिक बयान में मृतकों की संख्या 11 बताई जा रही है, जबकी घायलों की संख्या करीब 20 के आसपास है। लेकिन मृतकों की संख्या में इजाफा होने की आशंका है, क्योंकि कई घायल मरीजों को रेलवे अस्पताल से निजी अस्पतालों में रैफर किया जा रहा है। वहीं बहुत सारे यात्री ऐसे भी हैं, जिन्हें हल्की चोटें आयी है और वे घटना स्थल से सीधे डॉक्टरों के पास इलाज के लिए चले गए थे।
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रेलवे से मिली जानकारी के अनुसार, मृतकों के परिवारों को 10 लाख रुपये, गंभीर रूप से घायल यात्रियों को 5 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाएगा। जबकि मामूली रूप से घायलों 1 लाख रुपये की सहायता राशि देने की घोषणा की गई है। इसके साथ ही रेलवे प्रशासन की ओर से प्रभावित यात्रियों और उनके परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने की बात कही गई है।
रेलवे बोर्ड की ओर से जारी प्रेस रिलीज में घटना की विस्तृत जांच की बात भी कई गई है। आधिकारिक बयान में कहा गया "रेलवे सुरक्षा आयुक्त (सीआरएस) के स्तर पर घटना की विस्तृत जांच की जाएगी ताकि सटीक कारण का पता लगाया जा सके और आवश्यक सुधारात्मक कार्रवाई की सिफारिश की जा सके।"