नईदुनिया प्रतिनिधि, धमतरी। जिले के प्रमुख गंगरेल बांध के लबालब होने से पहले ही 29.674 टीएमसी भरने के बाद बांध के दो गेट खोल दिए गए हैं। दो गेटों से 5320 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। गेट खुलने के बाद बांध को देखने सैलानियों की भीड़ उमड़ रही है। सैलानियों को अब सभी 14 गेट खुलने का इंतजार है।
भादो माह में अच्छी बारिश हुई है, इससे जिले के प्रमुख गंगरेल बांध में संतोषप्रद जल भराव हो चुका है। हालांकि बांध को लबालब होने के लिए अभी भी दो से तीन टीएमसी पानी की जरूरत है। बांध लबालब हो, इससे पहले ही इस साल जल संसाधन विभाग ने 24 अगस्त को शाम चार बजे गंगरेल बांध के दो गेट खोल दिए हैं। इन गेटों से 5320 क्यूसेक पानी छोड़ा जा रहा है। बांध के गेट क्रमांक चार व पांच नंबर को खोले हैं।
गंगरेल बांध से छोड़े गए पानी रुद्री बैराज में बहाया जा रहा है। वहीं गंगरेल बांध में कैचमेंट एरिया से रात 8:45 बजे 5953 क्यूसेक पानी की आवक बनी हुई थी। वर्तमान में गंगरेल बांध में कुल जल भराव 29.674 टीएमसी पानी भरा हुआ है, इसमें उपयोगी जल 24.603 टीएमसी है। जल संसाधन विभाग की मानें तो पिछले चार-पांच दिनों से 11 व 12 नंबर के गेट से कुछ पानी छोड़ा जा रहा था।
इन दोनों गेटों को बंद करके 24 अगस्त को चार व पांच नंबर के गेट खोलकर तेजी के साथ पानी बहाया जा रहा है। सूत्रों की मानें तो गेट खोलने ट्रायल भी जारी है। उल्लेखनीय है कि वर्ष 2024 में 25 अगस्त को गेट खोलकर 5000 क्यूसेक पानी छोड़ा गया था, इसके बाद से किसानों ने राहत की सांस ली थी।
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गंगरेल बांध का डाउनस्ट्रीम जलप्रवाह पड़ोसी जिलों रायपुर, गरियाबंद, महासमुंद, बलौदाबाजार-भाटापारा, जांजगीर-चांपा, रायगढ़ सहित ओडिशा राज्य के संबलपुर जिले से होकर गुजरता है। ऐसे में गंगरेल बांध के गेट खोलने से एक दिन पहले 24 अगस्त को संबंधित जिलों के कलेक्टरों को भी तत्काल सूचना भेजी गई है, ताकि वहां की प्रशासनिक तैयारियां सुनिश्चित की जा सकें।