नईदुनिया प्रतिनिधि, सक्ती : रियासत के राजमहल में चल रही अंदरूनी कलह बुधवार को उस समय खुलकर सामने आ गई, जब महल के भीतर खूनी संघर्ष छिड़ गया। तलवार लाठी से लैस दर्जनभर गुंडों ने रानी शिल्पा सिंह और महल के दो अन्य कर्मचारियों के ऊपर जानलेवा हमला कर दिया। इतना ही रानी के कक्ष में जमकर तोड़फोड़ भी की।
इधर जब राजा धर्मेंद्र सिंह और महल से जुड़े लोगों को पता चला तो वे महल पहुंचे। बड़ी रानी और राजा धर्मेंद्र सिंह के समर्थकों के बीच जमकर हंगामा हुआ। बताया जा रहा है कि राजा सुरेंद्र बहादुर सिंह के निधन के बाद महल पर कब्जा करने को लेकर इस वारदात को अंजाम दिया गया है। मामले की जानकारी मिलने पर पुलिस ने 6 लोगों को गिरफ्तार किया है।
प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार, राजपरिवार के भीतर लंबे समय से संपत्ति को लेकर खींचतान चल रही थी, जिसने बुधवार को हिंसक रूप ले लिया। शाम 4 बजे के करीब बड़ी रानी आठ दस लोगों के साथ महल में कब्जा करने पहुंची थी। क्योंकि राजा धर्मेंद्र सिंह अभी जेल में बंद हैं।
महल में रानी शिल्पा सिंह और कुछ कर्मचारी ही रहते हैं। इसी का फायदा उठाते हुए तलवार और लाठी से लैस लोगों ने रानी शिल्पा सिंह के कक्ष में घुसकर तोड़फोड़ की गई और उनके साथ हाथापाई भी की। जिसमें रानी शिल्पा सिंह गंभीर रूप से घायल हो गई। हमले के बाद रानी को उपचार के लिए ले जाया गया।
इधर जब राजा धर्मेंद्र सिंह और महल से जुड़े लोगों को पता चला तो वे महल पहुंचे। दोनों पक्ष के लोगों के बीच जमकर हंगामा और मारपीट हुई। जिसमें दो अन्य लोगों को भी चोटें आई। महल के अंदर हो रही घटना की सूचना मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची। इस दौरान धर्मेंद्र सिंह पक्ष के लोगों ने 6 बदमाशों को पकड़कर पुलिस के हवाले कर दिया। महल के अंदर हो रहे घटनाक्रम को देखने के लिए बाहर लोगों की भीड़ जमा हो गई थी।
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घटनास्थल से पुलिस ने लाठी, तलवार और बंदूक के खाली कारतूस बरामद किए हैं, जो इस बात का स्पष्ट संकेत हैं कि हमलावर पूरी तैयारी के साथ आए थे। इतनी बड़ी संख्या में हथियारों का महल के भीतर पहुंचना और हिंसक झड़प होना वह भी पुलिस स्टेशन से कुछ ही दूरी पर वह पुलिस की कार्य प्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े करता है।
घटना के शुरुआती समय में पुलिस की ओर से कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से आक्रोशित भीड़ ने महल के बाहर प्रदर्शन भी किया। स्थानीय लोगों का आरोप है कि पुलिस को इस अंदरूनी कलह और संभावित खतरे की जानकारी पहले से थी, लेकिन उन्होंने इसे गंभीरता से नहीं लिया। इस पूरे प्रकरण में पुलिस की निष्क्रियता खुलकर सामने आई है।
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इस घटना ने आम जनता में भारी रोष भर दिया है। इंटरनेट मीडिया पर भी पुलिस प्रशासन के खिलाफ तीखी प्रतिक्रियाएं देखने को मिल रही हैं। लोग अपराधियों की तत्काल गिरफ्तारी और दोषी पुलिस अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग कर रहे हैं, जिनकी लापरवाही के कारण यह घटना हुई।
सक्ती एसडीओपी मनीष कुंवर ने बताया कि महल के अंदर तोड़फोड़ और रानी के साथ मारपीट करने वाले कुछ आरोपियों को पकड़ लिया गया है। बुधवार को मेडिकल जांच नहीं होने के कारण उन्हें जेल भेजा नहीं जा सका। शुक्रवार को आरोपितों को जेल भेजा जाएगा और पूरे प्रकरण का पर्दाफाश किया जाएगा।