
नईदुनिया प्रतिनिधि, कोरबा: सोमवार की शाम चार से पांच बजे के बीच घंटे भर हुई वर्षा से शहर की सड़कें तर बतर हो गई। दोपहर की धूप के बाद वातावरण में नमी घुलने से शाम के समय में लोगों ने गर्मी औैर लू से राहत महसूस किया।
तेजी से रहे मौसम परिवर्तन ने मानसून आगमन का संकेत दे दिया है। सोमवार की सुबह से ही आसमान में हलकी बदली छाई रही। दोपहर तक धूप तेज होने से तापमान 40 डिग्री सेल्सियस पर पहुंच गया। नवतपा के बाद भी ग्रीष्म का एहसास कम नहीं हुआ। सूरज की प्रचंड ताप के साथ वातावरण में लू का भी असर बना रहा। शाम तीन बजे के बाद आसमान में फिर से बदली हावी होने लगी। शहर में तेज हवा के राखड़ भरी धूल की गुबार उड़ने लगी। बदली सघन होने के साथ आसमान में बिजली की चमक के साथ तेज गर्जना शुरू हो गई। शाम चार बजे से शुरू हुई हलकी बूंदा-बांदी देखते ही देखते तेज वर्षा में तब्दील हो गईं। लगभग एक घंटे तक चली वर्षा से टीपी नगर सहित कई स्थानों के सड़कों में पानी भर गया। नाली के ओवरफ्लो बहाव ने निगम प्रशासन के सफाई अभियान की पोल खोल दी है। पैदल चलने वाले राहगीरों को व्यवसायिक प्रतिष्ठानों आश्रय लेना पड़ा। जून महीना की शुरूआत के बाद सोमवार को सर्वाधिक वर्षा हुई। झमाझम वर्षा वातावरण में नमी घोल दी। अन्य दिनों में जहां शाम के समय तापमान 34 डिग्री सेल्सियस होती थी वह सोमवार को 26 डिग्री सेल्सियस रही। लोगाें ने गर्मी से राहत महसूस किया। मौसम के जानकारों का कहना कि 15 से 20 जून के बीच मानसून की सक्रियता बढ़ जाएगी। इधर किसानों ने खेती की तैयारी तेज कर दी है। खाद और बीज का भंडारण शुरू हो गया। सोमवार को हुई वर्षा ने सूखा बोआई करने वालों की राह खोल दी है। व्यवसासिक प्रतिष्ठानें छतरी, पालीथीन, रैनकोट आदि सामानों से सजने लगी है। शहर के अलावा उपनगरीय व ग्रामीण क्षेत्रो में भी वर्षा का व्यापक असर रहा।