
नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर। राजधानी में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के नाम पर छात्रों से 18 लाख की ठगी करने वाले कौटिल्य एकेडमी (Kautilya Academy) के डायरेक्टर पवन टांडेश्वर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। आरोपित ने कोचिंग बंद कर फरार होने से पहले करीब ढाई दर्जन से ज्यादा छात्रों से लाखों रुपये की फीस ली थी। सरस्वती नगर थाना पुलिस ने आरोपित डायरेक्टर और उसकी पत्नी के खिलाफ धोखाधड़ी के गंभीर आरोपों में मामला दर्ज किया है।
मामला सरस्वती नगर थाना क्षेत्र का है। पुलिस के अनुसार, आरोपित पवन टांडेश्वर और उसकी पत्नी रूबी मजूमदार ने राजधानी में कौटिल्य एकेडमी (Kautilya Academy) नाम से यूपीएससी और पीएससी कोचिंग इंस्टीट्यूट खोला था। छात्रों को बेहतर गाइडेंस और चयन की गारंटी का झांसा देकर दोनों ने 19 अभ्यर्थियों से कुल 18,03,105 रुपये जमा करवाए। लेकिन कुछ महीनों बाद डायरेक्टर ने संस्थान शिफ्टिंग का बहाना बनाकर कोचिंग बंद कर दी और फरार हो गया।
पुलिस जांच में सामने आया कि छात्रों ने जब क्लास बंद होने के बाद संपर्क करने की कोशिश की, तो आरोपित दंपति ने जल्द शुरू करने का आश्वासन देकर उन्हें कुछ दिनों तक टालते रहे। इसके बाद दोनों ने सभी छात्रों के नंबर ब्लॉक कर दिए और कोचिंग सेंटर को स्थायी रूप से बंद कर दिया। ठगी का शिकार हुए छात्रों ने 25 नवंबर 2024 को सरस्वती नगर थाने में एफआइआर दर्ज कराई थी।
एफआईआर दर्ज होने के बाद से आरोपी दंपति फरार थे। सरस्वती नगर पुलिस लगातार आरोपितों की तलाश कर रही थी। आखिरकार लगभग एक साल बाद पुलिस ने आरोपित पवन टांडेश्वर को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि उसकी पत्नी रूबी मजूमदार अभी भी फरार बताई जा रही है। पुलिस ने आरोपित को न्यायालय में पेश किया, जहां से उसे न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
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जांच में यह भी सामने आया कि आरोपित ने कोचिंग में पढ़ाने वाले फैकल्टी सदस्यों को सैलरी चेक के माध्यम से दी थी, लेकिन बैंक में जमा करने पर साइन मिसमैच होने से सभी चेक बाउंस हो गए। इस पर फैकल्टी में शामिल कई शिक्षकों ने भी आरोपित के खिलाफ अलग-अलग शिकायतें दर्ज कराई हैं।