नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर: जिले के थाना तिल्दा नेवरा क्षेत्रांतर्गत ग्राम कोटा निवासी विजय धीरज, कुलदीप बंजारे और एक नाबालिग को पुलिस ने नाबालिग किशोर की हत्या के मामले में गिरफ्तार किया है। मामला 26 अगस्त की रात का है, जब मृतक किशोर गणेश पंडाल देखने घर से निकला था और फिर लौटकर नहीं आया। मामले में थाना तिल्दा नेवरा की टीम ने 12 दिन के भीतर तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर हत्या की गुत्थी सुलझा ली है।
पूछताछ में अरोपित विजय धीरज ने बताया कि उसने मृतक के साथ अनाचार किया था। उसे डर था कि मृतक द्वारा यह बात किसी और को न बता दे, इस डर से तीनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी। विजय के इस स्वीकारोक्ति के बाद कुलदीप बंजारे और विधि के साथ संघर्षरत बालक को भी पुलिस ने हिरासत में लिया। तीनों अरोपितों के खिलाफ हत्या और पाक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज जेल भेज दिया है।
प्रार्थी ने 26 अगस्त को अपने पुत्र की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके बाद 06 सितंबर को ग्राम कोटा स्थित बड़े तालाब के पास संदिग्ध हालत में शव मिलने पर मामला हत्या में तब्दील किया गया। थाना तिल्दा नेवरा में अज्ञात आरोपी के खिलाफ अपराध मामला दर्ज कर विवेचना शुरू की गई।
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जांच के दौरान सीसीटीवी फुटेज और गुप्त सूचना के आधार पर पुलिस को जानकारी मिली कि मृतक को अंतिम बार विजय धीरज के साथ गणेश पंडाल के पास देखा गया था। पुलिस ने विजय को हिरासत में लेकर कड़ाई से पूछताछ की, जिसमें उसने अपने साथी कुलदीप बंजारे और एक नाबालिग के साथ मिलकर हत्या करना स्वीकार किया।