
नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर। प्रदेश में ठिठुरन फिर बढ़ेगी। चक्रवाती तूफान का असर समाप्त होने के बाद फिलहाल आसमान साफ़ है और बारिश की कोई गुंजाइश नहीं है। दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक अवदाब (चक्रवाती परिसंचरण) सक्रिय है, जो धीरे-धीरे दक्षिण-दक्षिण-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। अगले 12 घंटों में इसके कमज़ोर पड़ने की संभावना जताई गई है। जिससे प्रदेश में बादलों की स्थिति कम हो गई है।
प्रदेश में अधिकतम तापमान दुर्ग में 30.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ, जो सामान्य से 2.3 डिग्री अधिक है। वहीं सबसे कम न्यूनतम तापमान अंबिकापुर में 9.5 डिग्री दर्ज किया गया। माना एयरपोर्ट में अधिकतम 27.7 और बिलासपुर में 27 डिग्री रहा। पेंड्रा, अंबिकापुर और जशपुर में सुबह-शाम की नमी 96 प्रतिशत तक पहुंच गई, जिससे ठंड का असर और बढ़ने लगा है।
मंगलवार को रायपुर का अधिकतम तापमान 28.8 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से 0.5 डिग्री कम है, जबकि न्यूनतम तापमान 15.5 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 0.6 डिग्री अधिक है। सुबह की नमी 80 प्रतिशत और शाम को 57 प्रतिशत रही। हवा की औसत रफ्तार 2 किमी प्रति घंटा दर्ज की गई।
मौसम विभाग ने साफ संकेत दिए हैं कि आने वाले दो दिनों में प्रदेश का मौसम पूरी तरह शुष्क रहेगा। न्यूनतम तापमान में किसी बड़े बदलाव की संभावना नहीं है, हालांकि इसके बाद तापमान में 1 से 3 डिग्री की गिरावट दर्ज हो सकती है। रायपुर में 3 दिसंबर को सुबह हल्का कोहरा छा सकता है, जबकि दिन में आसमान साफ रहने का अनुमान है। अधिकतम तापमान 29 और न्यूनतम 15 डिग्री के आसपास रह सकता है।
मौसम मे उतार चढ़ाव के कारण गले में खराश हो रही है। ऐसे में सतर्कता बरतना जरूरी है। डाक्टरों के मुताबिक ऐसी स्थिति में नमक-पानी के गरारे से इसमें राहत मिलती है। तुलसी उबाल के पीने से भी राहत मिलती है।
तुलसी में एंटी बैक्टीरियल गुण होते हैं, जो सर्दी-खांसी में काफी आराम पहुंचाते हैं। इसके लिए कम-से-कम एक कप गर्म पानी में एक चौथाई चम्मच नमक घोलकर गरारे कर सकते हैं।