
नईदुनिया प्रतिनिधि, रायपुर। न्यू राजेंद्रनगर की रहने वाली 22 साल की खुशी चेतवानी ने घर से भागकर राजातालाब के रहने वाले हसन अली से शादी करने का वीडियो शेयर किया था। दो दिन पहले जारी किए गए वीडियो में उसने पुलिस से अपील की थी कि लड़के के घरवालों को तंग न करें। उसने अपनी मर्जी से शादी की है।
अब खुशी ने एक और वीडियो जारी कर आरोप लगाया है कि हसन अली ने उसे मिलने बुलाकर कोई नशीली चीज सूंघा और खिलाकर अपने वश में कर लिया। फिर जबरन शादी कर दवाब बनाते हुए वीडियो बनवाकर शेयर करवाया था। रायपुर पुलिस का धन्यवाद जिसने मुझे बचाया है।
खुशी ने थाने में इसकी लिखित शिकायत के साथ बिलासपुर में बनवाया गया शपथपत्र भी दिया है। हालांकि, पुलिस ने इस मामले में रविवार रात तक कोई अपराध दर्ज नहीं किया है। पुरानी बस्ती सीएसपी राजेश देवांगन ने बताया कि खुशी की शिकायत की जांच की जा रही है।
कोर्ट में उसका बयान दर्ज कराने के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। पुलिस के मुताबिक, हसन अली की कपड़े की दुकान है। खुशी के घर से लापता होने की शिकायत स्वजनों ने दर्ज कराई थी। 25 फरवरी को हसन से शादी के बाद उसने अपनी मर्जी से भागने और युवक के साथ खुश होने का दावा करते हुए 26 फरवरी को पहला वीडियो जारी किया।
इसमें युवती ने कहा था कि उसने अपनी मर्जी से हसन से शादी की है। उसके घरवालों को तंग न किया जाए। हालांकि, इसके दो दिन बाद ही युवती ने एक और वीडियो जारी किया था।
इसके बाद युवती के परिजनों की शिकायत के आधार पर पुलिस टीम युवती को बरामद कर रायपुर लाई थी। इसके बाद स्वजन को सुपुर्द कर दिया था। युवती के स्वजन का आरोप है कि हसन ने जबरन युवती को अपने झांसे में लेकर शादी की है। उस पर कार्रवाई की जाए।
वहीं, एक अन्य मामले में खुद को समाजसेवी बताने वाली ममता शर्मा और उसके पति संजय शर्मा के खिलाफ मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के खड़गवां पुलिस ने धोखाधड़ी, गाली-गलौज, धमकी और गाड़ी हड़पने का दो महीने पहले केस दर्ज किया था। इसके बाद से ममता शर्मा पति के साथ फरार हो गई है।
ग्राम बरमपुर के रहने वाले पीड़ित अनिल कुमार साहू ने खड़गवां पुलिस थाने में में शिकायत दर्ज कराई थी। उसने बताया था कि साल 2021 में ममता शर्मा ने उसकी पत्नी पुनीता साहू को जमानत दिलाने के नाम पर उसे झांसे में लिया और एक स्टांप पेपर पर हस्ताक्षर करवा लिए।
इसके बाद ममता और संजय शर्मा ने उसकी होंडा सिटी कार और पिकअप वाहन को अपने कब्जे में ले लिया। जब अनिल ने अपनी गाड़ी वापस मांगी, तो आरोपितों ने उसे जान से मारने की धमकी दी। पुलिस ने केस दर्ज कर जब आरोपितों को दबोचने उनके रायपुर स्थित आवास पर दबिश दी, तो वे फरार हो चुके थे।