नवा रायपुर में बनेगी अत्याधुनिक प्रयोगशाला, बढ़ेगी खाद्य और दवा जांच क्षमता
CG News: नवा रायपुर में अत्याधुनिक इंटीग्रेटेड खाद्य व औषधि परीक्षण प्रयोगशाला स्थापित करने के लिए छत्तीसगढ़ सरकार ने 46 करोड़ 49 लाख 45 हजार रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान कर दी है। इससे प्रदेश में खाद्य व औषधि परीक्षण क्षमता को नई मजबूती मिलेगी।
Publish Date: Wed, 03 Dec 2025 01:14:24 PM (IST)
Updated Date: Wed, 03 Dec 2025 01:19:02 PM (IST)
नवा रायपुर में बनेगी अत्याधुनिक प्रयोगशाला, बढ़ेगी खाद्य और दवा जांच क्षमता। सीएम ने दिया बजट।HighLights
- राज्य सरकार ने राशि की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान की
- खाद्य व औषधि परीक्षण क्षमता को नई मजबूती मिलेगी
- नवा रायपुर में 1.5 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई गई
राज्य ब्यूरो, नईदुनिया, रायपुर। नवा रायपुर में अत्याधुनिक इंटीग्रेटेड खाद्य व औषधि परीक्षण प्रयोगशाला स्थापित की जाएगी। राज्य सरकार ने इसके लिए 46 करोड़ 49 लाख 45 हजार रुपये की प्रशासकीय स्वीकृति प्रदान कर दी है।
मुख्य बजट 2025-26 के प्रविधान के अनुरूप महत्वपूर्ण परियोजना से प्रदेश में खाद्य व औषधि परीक्षण क्षमता को नई मजबूती मिलेगी। प्रयोगशाला और नवीन एफडीए भवन की स्थापना के लिए शासन की ओर से नवा रायपुर में 1.5 एकड़ भूमि उपलब्ध कराई गई है।
प्रस्तावित प्रयोगशाला 30 हजार वर्गफीट क्षेत्र में बनेगी
वर्तमान में रायपुर स्थित प्रयोगशाला मात्र पांच हजार वर्गफीट क्षेत्र में तीन मंजिलों पर संचालित है, जिससे परीक्षण क्षमता सीमित हो जाती है। नई प्रस्तावित प्रयोगशाला 30 हजार वर्गफीट क्षेत्र में भूतल से लेकर तृतीय तल तक निर्मित की जाएगी तथा इसे अत्याधुनिक ड्रग और इनफोर्समेंट से जुड़े उपकरणों से सुसज्जित किया जाएगा। नए ढांचे के साथ प्रयोगशाला की परीक्षण क्षमता कई गुना बढ़ जाएगी।
5,000 नमूनों का प्रतिवर्ष परीक्षण किया जा सकेगा
रासायनिक परीक्षण क्षमता जहां अभी 500 से 800 नमूनों तक सीमित है, वहीं नई लैब में यह बढ़कर 7,000 से 8,000 नमूने प्रतिवर्ष हो जाएगी। माइक्रोबायोलाजिकल परीक्षणों इंजेक्शन, आइ ड्राप आदि की क्षमता 2,000 नमूने प्रतिवर्ष तक बढ़ाई जाएगी। वर्तमान में इसकी जांच के लिए कोलकाता भेजना पड़ता था, जिसकी रिपोर्ट आने में एक माह से अधिक समय लग जाता था।
मेडिकल उपकरण जैसे दस्ताने और कैथेटर आदि का परीक्षण वर्तमान में संभव नहीं है, लेकिन नई प्रयोगशाला में 5,000 नमूनों का प्रतिवर्ष परीक्षण किया जा सकेगा। इसके अलावा फार्मास्यूटिकल्स नमूनों की जांच क्षमता 50 से बढ़कर 1,000 नमूने प्रतिवर्ष हो जाएगी।
जांच प्रक्रिया आसान, पारदर्शी और होगी प्रभावी
स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने प्रशासकीय स्वीकृति मिलने पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय का आभार जताया है। उन्होंने कहा कि प्रयोगशाला राज्य में खाद्य सुरक्षा के ढांचे को और मजबूत करेगी। इससे जांच प्रक्रिया अधिक आसान, पारदर्शी और प्रभावी होगी।
सरकार जनता को शुद्ध, प्रमाणित और गुणवत्तापूर्ण खाद्य उत्पाद व दवाएं उपलब्ध कराने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है। नवा रायपुर में बनने वाली आधुनिक प्रयोगशाला राज्य के लिए एक आदर्श प्रयोगशाला के रूप में विकसित होगी और सार्वजनिक स्वास्थ्य व्यवस्था को सुदृढ़ करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
फरवरी 2024 में प्रधानमंत्री ने किया था शुभारंभ
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने फरवरी 2024 में राजकोट से राजधानी के कालीबाड़ी स्थित प्रदेश के पहले माइक्रोबायोलाजी खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला का शुभारंभ वर्चुअल माध्यम से किया था। दिसंबर 2006 से संचालित प्रयोगशाला में केंद्रीय वित्तीय सहायता 4.33 करोड़ रुपये से माइक्रोबायोलाजी सुविधा विकसित की गई थी।